मेष राशि में राहु और मंगल की युति से बना अंगकारक योग और भी ज्यादा खतरनाक होने वाला है. ज्योतिषियों ने दावा किया है कि अगले कुछ दिनों के भीतर अंगकारक योग चार राशियों की मुश्किलें बढ़ाएगा.
इसी साल 12 अप्रैल को राहु ने मेष राशि में गोचर किया था. जबकि जून में मंगल मेष राशि में आए थे. दोनों ग्रहों के एक ही राशि में होने से अंगकारक योग बना था. ज्योतिष गणना के हिसाब से अंगकारक योग का प्रभाव अब बढ़ने वाला है.
ज्योतिष में अंगारक योग को शुभ नहीं मानते हैं. अब यह पहले से ज्यादा खतरनाक होने वाला है. मेष राशि में बना अंगकारक योग 1 से 4 अगस्त के बीच सबसे ज्यादा प्रभावशाली रहेगा. मेष राशि में मंगल और राहु जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, अंगारक योग की प्रबलता बढ़ती जा रही है. 1 अगस्त से 4 अगस्त के बीच मेष राशि में राहु 24.7 डिग्री पर और मंगल 24 डिग्री पर संचरण करेंगे. यही वो समय होगा जब अंगकारक योग सबसे ज्यादा प्रभावशाली होगा.
हालांकि 11 अगस्त को ग्रहों के सेनापति मंगल मेष राशि से निकल जाएंगे और अंगकारक योग टूट जाएगा. लेकिन इससे पहले कुछ जातकों को बहुत संभलकर रहना होगा. आइए जानते हैं कि 1 से 4 अगस्त के बीच जब अंगकारक योग का प्रभाव बहुत ज्यादा होगा तो किन राशियों को संभलकर रहना होगा.
मेष– मेष राशि के जातकों का व्यवहार उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है. अपने गुस्से पर काबू रखें. घर में लड़ाई-झगड़े का माहौल बना रहेगा. दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहेगी. घर में बुजुर्गों की सेहत का खास ख्याल रखें.
वृष– वृष.भ राशि में दुर्घटनाओं की संभावनाएं बढ़ेंगी. दूसरों के मामले में हस्तक्षेप करने से नुकसान होगा. धन के लेन-देन में विशेष सावधानी बरतें. स्वास्थ्य का ध्यान रखें और हरे फल का दान करें.
कर्क– अंगकारक योग का प्रभाव बढ़ते ही क्रोध और अनियंत्रित वाणी आपकी मुश्किलें बढ़ाएगी. इस दौरान वाहन सावधानी से चलाएं. जल्दबाजी में लिए गए निर्णय नुकसान पहुंचाएंगें. गाय को हरा चारा खिलाएं.
तुला– तुला राशि वालों के दांपत्य जीवन में परेशानी हो सकती है. पार्टनर के साथ लड़ाई-झगड़े बढ़ेंगे. रिश्तों में कड़वाहट आ सकती है. करियर में भई दबाव बढ़ेगा. विद्यार्थियों के लिए समय जरा मुश्किलों भरा रहने वाला है. माता के स्वास्थ्य का ध्यान दें.