शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के सितारे गर्दिश से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। पार्टी के 12 सांसदों के शिंदे गुट से मिलने के संकेत और फिर उनको वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलना उद्धव को झटका दे चुका है। अब एकनाथ शिंदे के बयान ने उद्धव की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। महाराष्ट्र सीएम शिंदे ने मंगलवार को जानकारी दी कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल शेवाले को शिवसेना नेता के रूप में मान्यता दी है। शेवाले उन दो सासंदों में शामिल हैं जो उद्धव को छोड़ शिंदे गुट से जुड़ चुके हैं। शेवाले को लोकसभा में शिवसेना की कमान मिलना उद्धव ठाकरे के लिए मुश्किल कैसे खड़ी कर सकता है, आइए जानते हैं… महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की मुश्किलें कुर्सी छिनने के बाद भी जारी हैं। पिछले दो दिन में उन्हें तीन तगड़े झटके लग चुके हैं। नए झटके में महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे ने जानकारी दी कि लोकसभा में अध्यक्ष ओम बिरला ने शिवसेना के सांसद राहुल शेवाले को शिवसेना नेता के रूप में मान्यता दी है। एकनाथ शिंदे के इस बयान से उद्धव ठाकरे की मुश्किल बढ़ना निश्चित हैं। इसके अलावा शिवसेना के 12 सांसद शिंदे गुट से मिलने के संकेत दे चुके हैं।
शेवाले को लोकसभा में कमान के मायने
ओम बिरला ने राहुल शेवाले को शिवसेना के नेता के रूप में मान्यता दी है। दरअसल, एकनाथ शिंदे गुट ने लोकसभा में दावा किया था कि उनके पास शिवसेना के 12 सांसदों का समर्थन है, जो उन्हें मान्यता देने के लिए काफी है। इसलिए शिंदे गुट की तरफ से राहुल शेवाले का नाम लोकसभा में शिवसेना के नेता के तौर पर रखने का अनुरोध किया था। जिसे ओम बिरला ने स्वीकार कर दिया है। यह एकनाथ शिंदे के लिए उद्धव ठाकरे पर बड़ी जीत के रूप में देखी जा रही है। महाराष्ट्र विधानसभा में शिंदे पहले ही उद्धव ठाकरे को पटखनी दे चुके हैं। अब संसद में भी शिंदे गुट के सांसद को शिवसेना की कमान मिलना जाहिर करता है कि शिवसेना की कमान उद्धव के हाथ से निकलते हुए दिख रही है। हालांकि उद्धव ठाकरे को शिवसेना प्रमुख से हटाना इतना आसान नहीं होगा क्योंकि उनका चयन शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से लेकर, पार्षद और स्थानीय स्तर के नेताओं द्वारा किया गया था।