अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना के बाद वहां फंसे श्रद्धालुओं के परिजनों की चिंता बढ़ गई है। इगलास के रहने वाले 12 लोगों का परिजनों से संपर्क टूट गया है। बादल फटने के बाद पानी में सभी सदस्य पानी में बहकर कई किलोमीटर आगे पहुंच गए। घोड़े वाले व स्थानीय लोगों द्वारा बचाए जाने के बाद शनिवार को परिजनों से मोबाइल फोन पर हुई है। अमरनाथ में फंसे सदस्य इतना ही बता पाए कि बाबा की कृपा से बच गए हैं, इस वक्त कहां हैं, यह पता नहीं है। इसके बाद फोन कट गया। ऐसे में परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। इगलास निवासी नरेंद्र शर्मा ने बताया कि उनकी मां मुन्नीदेवी, भाई पुष्पेंद्र, अनिल व भाभी लक्ष्मी, उर्मिला और भतीजा मनीष एक जुलाई को अमरनाथ के दर्शन करने के लिए गए थे। उनके साथ क्षेत्र के ही छह अन्य सदस्य भी थे। शुक्रवार शाम को करीब चार बजे भाई ने फोन करके बताया था कि अभी गुफा के दर्शन कर उतरे हैं। अन्य सदस्यों से बात हुई थी। कुछ देर बाद टीवी पर बादल फटने की खबर देखने के बाद अमरनाथ में मौजूद परिजनों को फोन मिलाया तो सभी के मोबाइल बंद आने लगे।
जागते हुए कटी पूरी रात
नरेंद्र ने बताया कि पूरी रात जागते हुए कटी। टीवी पर दिखाए जा रहे हेल्पलाइन के नंबरों पर भी कई बार मिलाकर संपर्क किया गया लेकिन कहीं से भी कुछ पता नहीं चल सका। जिसके बाद बालटाल में लगे अलीगढ़ के कैंप से जुड़े सेवादार पंकज वार्ष्णेय से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि कई श्रद्धालुओं को पंचतरणी में रखा गया है। जहां से हेलीकॉप्टर के जरिए बालटाल लाया जाएगा।