पेट्रोल-डीजल की बढ़ती और घटती कीमतों का असर देश के हर नागरिक पर पड़ता है. बीते कुछ दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में मामूली राहत जरूर मिली है.
लेकिन हो सकता है यह राहत ज्यादा दिनों तक के लिए ना हो. यह भी हो सकता है पेट्रोल-डीजल आम आदमी की पहुंच से दूर भी हो जाए. पूरी दुनिया में तेल का गणित रूस बिगाड़ सकता है. अगर रूस कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती करता है, तो इसका बुरा प्रभाव पूरी दुनिया को झेलना पड़ेगा. रूस के इस संभावित कमद के चलते पूरी दुनिया में पेट्रोल-डीजल की कीमत आसमान छूने लगेगी और महंगाई का मीटर भी बेतहाशा बढ़ेगा. आइये आपको बताते हैं रूस कैसे भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में तेल का गणित बिगाड़ सकता है.
रूस से नाराजगी पड़ सकती है भारी
दरअसल यूक्रेन से युद्ध के चलते दुनिया के तमाम देश रूस से नाराज चल रहे हैं. अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस से अपनी नाराजगी जाहिर भी कर दी है. रूस पर तमाम वैश्विक प्रतिबंध लगाए गए हैं. हाल ही में जर्मनी में आयोजित हुई जी-7 देशों की समिट में भी यूक्रेन से युद्ध के चलते रूस पर वैश्विक प्रतिबंध लगाने पर चर्चा हुई और कुछ अहम फैसले भी लिए गए.
एक्सपर्ट्स ने दी ये चेतावनी
जिसके बाद विश्लेषकों का मानना है कि रूस पूरी दुनिया को मुश्किल में डाल सकता है. जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी के विश्लेषकों के मुताबिक अमेरिका और यूरोपीय देशों के प्रतिबंधों के जवाब में रूस कच्चे तेल का उत्पादन कम कर सकता है. जिसके परिणाम स्वरूप पूरी दुनिया में पेट्रोल-डीजल की कीमत में बेतहाशा बढ़ोतरी हो सकती है. भारत की बात करें तो फिलहाल यहां पेट्रोल 100 से 110 रुपये प्रति लीट के करीब बिक रहा है. डीजल की 100 रुपये प्रति लीटर कीमत से बिक्री हो रही है. अगर रूस ने कच्चे तेल का उत्पादन कम किया तो देश में पेट्रोल की कीमतें 385 रुपये प्रति लीटर बढ़ सकती हैं. डीजल की कीमत में बेहिसाब इजाफा हो सकता है. क्योंकि देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत, कच्चे तेल के भाव से ही तय होती है.
पेट्रोल की कीमत 385 रुपये प्रति लीटर?
रूस कच्चे तेल का प्रोडक्शन प्रति दिन तीन मिलियन बैरल घटाता है, तो लंदन बेंचमार्क पर क्रूड ऑयल की कीमतें 190 डॉलर तक पहुंच जाएंगी. रूस कच्चे तेल का प्रोडक्शन पांच मिलियन बैरल घटाएगा तो इसकी कीमत 380 डॉलर प्रति बैरल पहुंच जाएगी. 380 डॉलर प्रति बैरल के हिसाब से भारत में कच्चे तेल की खरीद पेट्रोल की कीमतों में तीन गुना बढ़ोतरी कर सकती है. यानी ऐसा कुछ हुआ तो भारत में पेट्रोल की कीमत 385 रुपये प्रति लीटर पहुंच जाएगी.