पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को एक बार फिर से मांग की कि नूपुर शर्मा को गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि आखिर अब तक नूपुर शर्मा को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार क्यों नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी से जुड़ा विवाद भाजपा की ओर से रची गई साजिश का नतीजा है, जिसके तहत वह देश के लोगों को बांटना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक साजिश है- भाजपा की एक नफरत भरी नहीं है और लोगों में विभाजन कराने की पॉलिसी है। नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि ‘आप आग से नहीं खेल सकते हैं।’
ममता बनर्जी ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि हम विभाजनकारी राजनीति में यकीन नहीं करते। हम हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन और बौद्ध सभी लोगों के लिए हैं। ममता बनर्जी की ओर से नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग ऐसे समय में की गई है, जब कुछ दिन पहले ही कोलकाता पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया था। यही नहीं कोलकाता पुलिस ने नूपुर शर्मा को नोटिस जारी कर पूछताछ में शामिल होने के लिए भी कहा था। कोलकाता के अलग-अलग थानों में नूपुर शर्मा पर दो केस दर्ज किए गए हैं। दोनों थानों की पुलिस ने नूपुर शर्मा को पूछताछ के लिए 20 और 25 जून को बुलाया गया था।
नूपुर शर्मा ने नोटिसों के जवाब में कहा था कि यात्रा करने पर उनकी जान को खतरा है। ऐसे में वह पूछताछ के लिए कोलकाता नहीं आ सकती हैं। बता दें कि नूपुर शर्मा ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी, जिसमें उन्होंने मांग की थी कि देश के अलग-अलग हिस्सों में उनके खिलाफ दर्ज केसों को दिल्ली ट्रांसफर कर दिया जाए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल करने को कहा था। इसके साथ ही उन्हें फटकार लगाते हुए जस्टिस परदीवाला और जस्टिस सूर्यकांत ने कहा था कि उनके एक बयान के चलते देश में आग लग गई और उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या भी उनके चलते ही हुई थी।