केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता नारायण राणे ने मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफे की मांग करते हुए दावा किया कि उन्हें विधानसभा में पर्याप्त विधायकों का समर्थन नहीं है। शिवेसना के नेता और राज्य के मंत्री एकनाथ शिंदे के अपनी पार्टी के कुछ विधायकों के साथ सूरत में डेरा डालने के बीच राणे ने यह टिप्पणी की। शिंदे ने अभी तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।
वहीं, राणे ने कहा कि शिंदे ने शिवसेना से अलग होने का ‘‘उचित निर्णय” लिया है। राणे इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने वाले पहले केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता हैं। भाजपा के कई नेता एकनाथ शिंदे के सूरत में विधायकों के साथ डेरा डालने के फैसले पर सावधानी से अपना रुख रख रहे हैं। शिवेसना के पूर्व नेता राणे ने कहा, ‘‘शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिंदे के साथ पार्टी में सम्मानजनक व्यवहार नहीं किया।
उद्धव के बेटे और कैबिनेट मंत्री आदित्य और उनके चचेरे भाई वरुण सरदेसाई भी शिंदे के नियंत्रण वाले शहरी विकास विभाग में दखल दे रहे थे। इसलिए, उनके लिए शिवसेना छोड़ना सही फैसला है।” राणे ने कहा कि अगले 24 घंटों में महाराष्ट्र में तस्वीर साफ हो जाएगी। उन्होंने दावा किया कि ठाकरे द्वारा मंगलवार को मुंबई में उनके आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ में बुलाई गई बैठक में शिवसेना के केवल 11 विधायक मौजूद थे।