झारखंड की पूर्व राज्यपाल और आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू आगामी राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार होंगी। भाजपा की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था, संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने उनकी उम्मीदवारी की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित संसदीय बोर्ड के अन्य सदस्य संसदीय बोर्ड की बैठक में शामिल हुए।
बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर संसदीय बोर्ड की बैठक में 20 नामों पर चर्चा की गई और अंतत: इस बात पर सहमति बनी कि राजग को इस संवैधानिक पद के लिए देश के पूर्वी इलाके से किसी महिला को प्रत्याशी बनाना चाहिए। उन्होंने बताया कि चूंकि आज तक कोई आदिवासी राष्ट्रपति के रूप में नहीं आया है इसलिए राजग ने द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है।
नड्डा ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार को लेकर विभिन्न दलों के बीच सहमति बनाने के लिए पार्टी की तरफ से राजनाथ सिह और उन्हें अधिकृत किया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘सभी दलों से बातचीत करके राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सर्वसम्मति बनाते हुए हम आगे बढ़ना चाहते थे। राजनाथ सिंह ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के घटक दलों के नेताओं के साथ बातचीत की। मैंने भी बातचीत की। लेकिन बात नहीं बन सकी।”
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हम चाहते थे कि राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार सर्व सहमति का हो लेकिन संप्रग ने राष्ट्रपति चुनाव में अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया।” राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा गया है। इस चुनाव में यदि मुर्मू की जीत होती है तो वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी। 64 वर्षीय मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
विपक्षी उम्मीदवार के रूप में सिन्हा के नाम की घोषणा के बाद अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए 18 जुलाई को मतदान होना अब तय माना जा रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया जारी है। 29 जून नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव में संख्या बल के आधार पर भाजपा नीत राजग मजबूत स्थिति में है और उसे यदि बीजद या आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस जैसे दलों का समर्थन मिल जाता है तो उसकी जीत निश्चित हो जाएगी। राजग उम्मीदवार मुर्मू का जन्म ओडिशा के मयूरभंज जिले में हुआ है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि बीजद उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करेगा। वह ओडिशा में भाजपा और बीजद गठबंधन की सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं।