भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ‘तौकते’ चक्रवाती तूफान के चलते हाई अलर्ट जारी किया है। लक्षद्वीप द्वीप समूह और अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। जिस वजह से कल तक एक शक्तिशाली चक्रवाती तूफान आने की संभावना है। अगले तीन दिन तक गुजरात, महाराष्ट्र और केरल के तटों से टकराने की संभावना है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने पश्चिमी तट पर स्थित हवाई अड्डों को तूफान के मद्देनजर तैयार रहने की सलाह दी है जबकि लक्षद्वीप के अगाती हवाई अड्डे पर विमानों का नियमित परिचालन बंद कर दिया गया है।
केरल और तमिलनाडु के दक्षिणी राज्यों में अरब सागर में भारी बारिश और गरजीला तूफान देखा जा रहा है। मौसम विभाग ने एनडीआरएफ के 53 दलों को राहत व बचाव कार्य के लिए लगा दिया है। तमिलनाडु के मत्स्य पालन विभाग ने 2500 मछुआरों को अरब सागर में तूफान से सचेत रहने और समुद्र से निकल आने का संदेश दिया है।
आईएमडी के अनुसार, 16-19 मई के बीच पूरी संभावना है कि यह 150-160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ एक ‘अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान’ में तब्दील होगा. हवाओं की रफ्तार बीच-बीच में 175 किलोमीटर प्रति घंटा भी हो सकती है।
वहीं, विस्तारा एयरलाइंस ने कहा है कि तूफान की वजह से चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, बेंगलुरु, मुंबई, पुणे, गोवा और अहमदाबाद के लिए उड़ानें 17 मई तक प्रभावित रहने की संभावना है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “अगाती हवाई अड्डे पर नियमित उड़ानें 16 मई की सुबह 10 बजे तक के लिए रद्द कर दी गई हैं। तूफान के वहां से गुजर जाने के बाद उड़ानें दुबारा शुरू की जायेंगी।”
तूफान की चेतावनी को देखते हुये एएआई के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में देश के पश्चिमी तट पर स्थित हवाई अड्डों की तैयारियों का जायजा लिया। एएआई निदेशक मंडल के सदस्य (परिचालन) आई.एन. मूर्ति ने संबंधित हवाई अड्डों को हरसंभव एहतियात बरतने और स्थिति से निपटने की तैयारी करने का निर्देश दिया।
बताया गया है कि एएआई के वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुये हैं और अगाती को छोड़कर दूसरे सभी हवाई अड्डों पर अभी परिचालन सामान्य है। हवाई अड्डों को सलाह दी गई है कि वे सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये तथा हवाई अड्डे के बुनियादी सरंचनाओं को नुकसान कम होने देने के लिए मानक प्रक्रियाओं और दिशा-निर्देशों के अनुरूप तैयारी करें। तूफान से पूर्व और तूफान के बाद किये जाने वाले सभी एहतियाती उपायों को अपनायें।