झांसी की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने अफसरों को सख्त संदेश देते हुए कहा कि थानों में गड़बड़ी मिली तो अफसर जिम्मेदार होंगे। वह फील्ड पर रहें और थानों की सघन मॉनीटरिंग करते रहें। थानों-सर्किलों का चार्ज सोच-समझ कर दें। संबंधित अफसर और कर्मचारी की कार्यशैली व आचरण की जांच करके ही तैनातियां दी जाएं। सुस्त और दागी लोगों को चार्ज न दें। ललितपुर कांड से सबक लें और अपराधियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें। वह शनिवार को झांसी में मंडल की कानून-व्यवस्था और विकास योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे।
कानून-व्यवस्था पर फोकस
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री का फोकस कानून-व्यवस्था पर ही रहा। उन्होंने कहा कि सरकार हर पीडि़त को जल्द से जल्द न्याय देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए अफसरों को थाना-सर्किल और तहसील स्तर पर फरियादों का तत्काल निराकरण करना होगा। बड़ी घटना होने पर जिला ही नहीं रेंज और जोन के अफसर भी मौके पर जरूर जाएं। थानों का नियमित निरीक्षण करें। माफिया के खिलाफ पूरे प्रदेश में सघन अभियान चल रहा है। यह झांसी में भी तेजी से चलना चाहिए। सरकारी तंत्र में अगर कोई ऐसा तत्व घुसपैठ बनाए है, जिसने भ्रष्टाचार से आय से अधिक संपत्तियां इकट्ठी कर रखी हैं, तो सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने यह भी कहा कि अपराध होने पर शासन के आदेश का इंतजार न करें। तत्काल सख्त कार्रवाई करने वाले ही जिलों में रहेंगे।