राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार की मुंबई में गौतम अडानी से उनके आवास पर मुलाकात की खबरों के बीच तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने गुरुवार को कहा कि किसी भी राजनेता को उद्योगपति के साथ नहीं जुड़ना चाहिए।
अडानी मुद्दे पर शुरू से आक्रामक रहीं महुआ मोइत्रा ने दावा किया कि बिजनेस टाइकून ने अपने “दोस्तों” के जरिए उनसे और कुछ अन्य लोगों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन “दरवाजा नहीं खुला।”
टीएमसी सांसद ने कहा कि उनके पास अडानी के साथ आमने-सामने चर्चा करने के लिए कुछ भी नहीं है। महुआ ने कहा कि जब तक सरकार कार्रवाई नहीं करती है, तब तक “किसी भी राजनेता को उनके साथ नहीं जुड़ना चाहिए।” बता दें कि अडानी और पवार की मुलाकात ऐसे वक्त पर हुई, जब हाल ही में उन्होंने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के मुद्दे पर अडानी का समर्थन किया था।
अडानी-पवार की मुलाकात की खबर शेयर करते हुए महुआ मोइत्रा ने ट्वीट कर लिखा, “अडानी हमाम में तो सारे ही नंगे हैं। मुझे महान मराठों का मुकाबला करने में कोई डर नहीं है। उम्मीद ही कर सकती हूं कि उनमें पुराने संबंधों से पहले देश को आगे रखने की अच्छी समझ हो। और हां, मेरा ट्वीट विपक्ष एकता विरोधी नहीं है। बल्कि जनहित के पक्ष में है।”
महुआ मोइत्रा का ट्वीट ऐसे समय में आया है जब हिंडनबर्ग मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की विपक्षी दलों की मांग के बीच गौतम अडाणी ने मुंबई में शरद पवार के आवास पर उनसे मुलाकात की। पवार ने इस महीने की शुरुआत में अडानी समूह का बचाव किया था और उसके बारे में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट की आलोचना की थी। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एकजुट होने की कोशिश के बीच अडानी के मुद्दे पर पवार के रुख ने विपक्षी दलों में खलबली मचा दी।