लखनऊ, 21 जून। अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सिटी मोन्टेसरी स्कूल, राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) द्वारा आज छठें इण्टर-स्कूल योगा मीट का आॅनलाइन आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि श्रीमती संयुक्ता भाटिया, मेयर, लखनऊ, ने योगा मीट का आॅनलाइन शुभारम्भ किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्य अतिथि श्रीमती संयुक्ता भाटिया, मेयर, लखनऊ ने कहा कि इस आॅनलाइन योगा मीट के माध्यम से सी.एम.एस. के छात्र सारे विश्व को योग से निरोग का संदेश दे रहे हैं। यह वास्तव में काबिलेतारीफ है। योगा मीट में देश-विदेश की प्रख्यात हस्तियों ने अपनी आॅनलाइन मौजूदगी से समारोह की गरिमा में चार-चाँद लगा दिये। सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी व डा. भारती गाँधी, स्वामी चिदानन्द जी, साधवी भगवती सरस्वती जी के साथ सी.एम.एस. के विभिन्न कैम्पसों की प्रधानाचार्यायें एवं बड़ी संख्या में गणमान्य हस्तियों व योग प्रेमियों ने आॅनलाइन जुड़कर समारोह की गरिमा को बढ़ाया। समारोह में सुश्री एंटोनीटा रोजी, सीनियर योग टीचर, इटली, श्री राहुल अटाडे, योगा एक्सपर्ट, थाईलैण्ड, श्री गंगाधर मांडलिक, डायरेक्टर, योग विद्या गुरूकुल, नासिक, सुश्री अमृता लोहिया, योगा कन्सल्टैन्ट, दिल्ली, सुश्री चिंकल शर्मा, योगा कन्सल्टैन्ट, गुरूग्राम एवं राजेश्वरी सिंह, डायरेक्टर, कारवां क्लासरूम, गुजरात आदि ने भी अपनी आॅनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई।
सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि योग आज सारे विश्व में लोकप्रिय हो चुका है, जिसका बहुत बड़ा श्रेय हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को जाता है। डा. गाधी ने कहा कि योग के महत्व से भावी को अवगत कराना हम सबका परम दायित्व है ताकि एक स्वस्थ एवं समृद्ध समाज की स्थापना संभव हो सके।इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन का सीधा प्रसारण भी सभी ने सुना और प्रेरणा ग्रहण की। इस अवसर पर देश भर के 25 से अधिक विद्यालयों के छात्रों ने योगा मीट की विभिन्न प्रतियोगिताओं में जोरदार प्रदर्शन कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। प्रतिभागी छात्रों ने 5 मिनट की समयावधि में 5 यौगिक आसनों का प्रदर्शन किया। प्रत्येक टीम में 10 प्रतिभागी छात्र शामिल थे। प्रतियोगिताओं का आयोजन तीन श्रेणियों में सम्पन्न हुआ, जिसमें 7 से 17 वर्ष आयु के छात्रों ने अपने-अपने ग्रुप में विभिन्न यौगिक क्रियाओं में अपनी महारत का प्रदर्शन किया। जाने-माने योग विशेषज्ञों ने प्रतियोगिता में निर्णायकों की भूमिका निभाई। प्रतियोगिता के विजयी छात्रों को ई-सार्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया।