धरती पर बहुत अजीबोगरीब चीज़ें इस पूरी दुनिया में हैं और जैसे ये किसी दूसरी दुनिया का हिस्सा हों प्रकृति के इन अजूबों को देखकर लगता है। अलग-अलग जगहों पर कई लोग ट्रैवल करना पसंद करते हैं और अनोखी और अलौकिक दिखने वाली चीज़ों के बारे में कई को पढ़ना पसंद होता है, लेकिन कुछ जगहें ऐसी धरती पर हैं जहां देखने को मिलता है प्रकृति खूबसूरती और अलौकिक नजारों का अनूठा मेल कुछ ऐसे ही तालाबों के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं
1. ब्लू लेक
ब्लू लेक रशिया में मौजूद किसी रहस्य से कम नहीं है। किसी नदी या झरने से नहीं बल्कि इस तालाब में पानी अंडरग्राउंड स्रोत से आता है। इसकी 258 मीटर की गहराई इसके रहस्य को और भी बढ़ाती है इसका गलरा नीला रंग इसे आकर्षक बनाता है। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि इस तालाब के नीचे दुनिया का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड वॉटर केव सिस्टम हो सकता है, लेकिन इसपर काफी समय से रिसर्च चल रही है।
2. लेक नेट्रान
जिसका पानी ब्राइट ऑरेंज रंग का है। ऐसा नहीं है कि इस लेक में आपको जीवन नहीं मिलेगा। कुछ छोटी प्रजाती के जीव-जंतु यहां मौजूद हैं, लेकिन मरने के बाद वो भी उसी तरह ममीफाई हो जाते हैं मानो कुदरत उनपर एक परत चढ़ा देती हो। ये इस लेक में मौजूद माइक्रो ऑर्गेनाइज्म की वजह से होता है। ऐसा इस लेक में मौजूद सोडा साल्ट की वजह से होता है। यही कारण है कि मरने के बाद भी इस लेक में कोई शरीर डिकम्पोज नहीं होता। इस तालाब में फंसे हुए जीव, पक्षी आदि ममीफाई हो जाते हैं और पत्थर जैसी आकृति में तब्दील हो जाते हैं।
3. स्पॉटेड लेक
रिसर्च बताती है कि इस तालाब में बहुत तरह के मिनरल्स मौजूद हैं और इसलिए इसके अलग-अलग गड्ढों में अलग-अलग रंग का पानी मौजूद है। इसका नाम और इसकी आकृति देखकर आप समझ ही गए होंगे कि ये छोटे-छोटे तालाबों का एक समूह है।
4. लेक हिलर
इसका पानी देखकर कई लोगों को शॉक लगता है कि आखिर इस गुलाबी रंग के पानी का मतलब क्या है, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसा एक खास तरह के बैक्टीरिया की वजह से हुआ है तो इस तालाब की गहराई में रहता है। ऑस्ट्रेलिया में मौजूद ये तालाब बबल गम पिंक रंग का है।
5. रूपकुंड लेक
वैज्ञानिकों और इतिहासकारों का मानना है कि ये कन्नौज के राजा जसधावल (730-1036 CE), उनकी प्रेग्नेंट पत्नी, और उनकी प्रजा के कंकाल हैं जो नंदा देवी यात्रा पर निकले थे और एक तूफान के कारण ये सभी रूपकुंड तालाब के पास डूब गए। रूपकुंड तालाब को स्केलेटन लेक भी कहा जाता है। उत्तराखंड के ऊपरी हिस्से में मौजूद रूपकुंड तालाब में कंकाल मौजूद हैं। इसे 1942 में खोजा गया था और माना जाता है कि ये 9वीं सदी से यहां मौजूद हैं।
6. अब्राहम लेक
इसका पानी गहरे नीले रंग का है जो यहां के ग्लेशियल रॉक्स के कारण आया है। इसे अलग बनाते हैं अनोखे आइस बबल्स जो तालाब की सतह के नीचे रहते हैं। ये मान पाना थोड़ा मुश्किल है कि किसी मानव निर्मित तालाब की खूबसूरती ऐसी हो सकती है, लेकिन पास में ही एक डैम बनने के कारण ये खूबसूरत लेक तैयार हुआ है। ये सर्दियों के महीने में सबसे खूबसूरत लगता है।
7. लेक ऑफ डेथ
ये नेचुरल सल्फ्यूरिक एसिड की वजह से होता है। ऐसा माना जाता है कि इटली के माफिया वाले इस तालाब में अपने दुश्मनों को मारकर डाल देते थे और क्योंकि इसमें जाते ही सब कुछ पिघल जाता है तो उनके बारे में कुछ पता भी नहीं चल पाता था। इस तालाब का पानी काफी एसिडिक है। इतना कि इसके अंदर कुछ भी जाए वो मिनटों में मर जाता है और उसका शरीर भी एसिड के कारण पिघल जाता है। हालांकि, इसे लेकर कोई पुष्टीकरण नहीं है पर इतना जरूर मानना होगा आपको कि इस तालाब से दूर रहने में ही भलाई है।