4 जुलाई से श्रावण का माह प्रारंभ हो रहा है जो 31 अगस्त तक चलेगा। ऐसा करीब 19 वर्षों बाद होगा कि इस बार दो माह का श्रावण मास होने के कारण महाकाल की 10 सवारी निकाली जाएगी।
अधिक मास की चार, सावन की चार और भादौ की दो सवारियां मिलाकर भक्त कुछ 10 सवारियों का आनंद ले सकेंगे।
महाकाल की पहली सावारी ujjain mahakal ki palki:- सावन माह में महाकाल बाबा की 10 बार पालकी निकलेंगे क्योंकि इस बार श्रावण माह में 8 सोमवार रहेंगे यानी 2 माह का श्रावण मास रहेगा। इस विशेष संयोग में शिव पूजा का महत्व बढ़ जाएगा और साथ ही उनका भरपूर आशीर्वाद भी प्राप्त होगा। 10 जुलाई को पहली सवारी निकले की जिसकी तैयारियां शुरु हो चुकी है।
सवारी की तैयारियां :
- श्रावण सोमवार की तैयारी को लेकर कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम और एसपी सचिन शर्मा ने एक बैठक की है।
- बैठक में श्रद्धालुओं को सुविधाओं और दर्शन व्यवस्था की समीक्षा की गई।
- कलेक्टर ने पूरे महाकाल लोक में 8 से 10 बड़ी स्क्रीन लगाई जाने के निर्देश भी दिए है।
- भक्तों के लिए पीने के पानी, टेंट, कारपेट व्यवस्था के साथ ही छांव के लिए उचित इंतजाम करने के निर्देश दिए।
- एसपी सचिन शर्मा ने सवारी के 3 घण्टे पहले ट्रैफिक व्यवस्था डाइवर्ट करने का प्रस्ताव रखा है।
- मंदिर में प्रात: कालीन पट खुलने का समय प्रात: 3 बजे होगा तथा प्रत्येक सोमवार प्रात: 2.30 बजे होगा।
- भस्मार्ती के दौरान कार्तिकेय मण्डपम् की अंतिम 3 पंक्तियों से भक्तों के लिए चलित भस्मार्ती दर्शन की व्यवस्था रहेगी।
- सवारी के रुट और स्वागत को लेकर भी बैठक में कई बड़े निर्णय लिए गए।