देहरादून। इस बार चारों धामों में लगने वाली लंबी-लंबी कतारों और दर्शन में लगने वाले कई-कई घंटों के समय को देखते हुए दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए दर्शन हेतु स्लॉट व टोकन वितरण एवं कतार प्रबंधन की व्यवस्था लागू की गई है।
नई व्यवस्था के अंतर्गत स्लॉट व टोकन वितरण व्यवस्था लागू होगी।
चारों धामों श्री बद्रीनाथ, श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री एवं श्री यमुनोत्री मंदिरों में लगने वाली लंबी-लंबी कतारों और दर्शन में लगने वाले कई-कई घंटों के समय को देखते हुए दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए दर्शन हेतु स्लॉट व टोकन वितरण एवं कतार प्रबंधन की व्यवस्था लागू की गई है।
पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण एवं जलागम मंत्री सतपाल महाराज के अनुसार प्रत्येक धाम में उपलब्ध स्थान व आवासीय क्षमता के अनुरूप संबंधित जिलाधिकारियों की सहमति के आधार पर धामों में दैनिक दर्शन हेतु सीमा का निर्धारण किया गया है। दैनिक दर्शन हेतु यात्रियों की सीमा का निर्धारण प्रत्येक धाम में उपलब्ध स्थान व आवासीय क्षमता के अनुरूप संबंधित जिलाधिकारियों की सहमति के आधार पर किया गया है।
1 घंटे में दर्शन संभव होंगे: पर्यटन मंत्री महाराज के अनुसार धामों की मंदिर समितियों से मंदिरों को दर्शन हेतु खोले जाने की अवधि (घंटे) से दैनिक दर्शन हेतु निर्धारित सीमा से विभाजित करते हुए 1-1 घंटे के स्लॉट में दर्शनार्थियों की संख्या का निर्धारण किया गया है जिससे दर्शनार्थियों को अपने स्लॉट समय अवधि अधिकतम 1 घंटा ही कतार में लगना पड़ेगा।
इतना ही नहीं, प्रत्येक धाम में टोकन वितरण हेतु काउंटर लगाए जाएंगे, जहां पर स्लॉट के अनुसार दर्शनार्थियों को टोकन वितरित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे चार धामों में आने वाले दर्शनार्थियों को न केवल मंदिर में सुविधाजनक दर्शन होंगे बल्कि धाम पर भ्रमण, संसाधनों के अवलोकन हेतु पर्याप्त समय भी सुलभ हो सकेगा।
लगातार पंजीकरण जारी : चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री ने कहा कि जिस प्रकार से यात्री लगातार अपना पंजीकरण करवा रहे हैं और गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस की बुकिंग का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, वह प्रदेश के लिए शुभ संकेत है। निश्चित रूप से इस वर्ष की चारधाम यात्रा सभी व्यवसायियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।
सरकार ने की व्यवस्था चाक-चौबंद : गत वर्ष की भांति इस बार भी सरकार ने चारधाम यात्रा की तैयारियों एवं व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद कर दिया है। यात्रा 22 अप्रैल 2023 से शुरू होने जा रही है। चारधाम यात्रा के तहत केदारनाथ- 4,76,811, बद्रीनाथ- 3,98,361, यमुनोत्री- 2,17,815, गंगोत्री- 2,41,356 और श्री हेमकुंड साहिब के लिए 2,916 यात्री विभिन्न माध्यमों से अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। कुल 13 लाख 37 हजार 261 यात्री अभी तक अपना पंजीकरण करवा चुके हैं।
इतना ही नहीं, 16 फरवरी 2023 से शुरू हुई जीएमवीएन गेस्ट हाउस की बुकिंग के तहत अभी तक कुल 8 करोड़ 79 लाख 5 हजार 963 रुपए की बुकिंग की जा चुकी है। केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को तो बद्रीनाथ के 27 अप्रैल को खुलेंगे जबकि परंपरा के अनुसार 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे।
हेमकुंड यात्रा की भी तैयारी : सरकार ने चारधाम सहित हेमकुंड यात्रा के लिए भी अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है। चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सहायता के लिए आउटसोर्सिंग माध्यम से पुरुष और महिला ‘पर्यटन सहायता व सुरक्षा मित्र’ की तैनाती की जा रही है।