देश में कोरोना के मामलों (Corona Cases) में काफी कमी आ गई है. स्थिति को देखते हुए देशभर के ज्यादातर राज्यों में लॉकडाउन में ढील दे दी गई है. ऐसे में लोग एक बार फिर घूमने फिरने के प्लान बना रहे हैं. शिमला और मनाली जैसे हिल स्टेशनों पर जमकर कोरोना गाइलाइंस की धज्जियां उड़ाई जा रही है. ऐसे में अब केंद्र सरकार ने इस पर संज्ञान लिया है. केंद्र सरकार ने इस मामले को लेकर हिमाचल प्रदेश सरकार को चिट्ठी लिखी है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सरकार की तरफ से कहा गया है कि अगर लोग नियमों को नहीं मानेंगे तो तो एक बार फिर नियमों में दी गई ढील वापस दी जा सकती है. वहीं ICMR के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने भी अलग-अलग राज्यों की कुछ तस्वीरें साझा कीं, जिनमें लोग कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाते साफ दिख रहे हैं.
क्या है भविष्य की चुनौती?
भार्गव ने कहा कि यह तस्वीरें डराती हैं. लोगों को कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन करना चाहिए. बलराम भार्गव ने कहा कि भविष्य की चुनौती तीसरी लहर नहीं है, बल्कि हम इस पर कैसे काम करते हैं, ये हमारे लिए बड़ी चुनौती है. लहर के पहलुओं पर बात करने से ज्यादा जरूरी है कि हमें कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कोविड प्रोटोकॉल और कोरोना एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन करना चाहिए.
लव अग्रवाल ने कहा कि देश में अभी भी कुछ जिले ऐसे हैं, जहां पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से ज्यादा है. मुख्यत: अरुणाचल प्रदेश, राजस्थान, मणिपुर, केरल, मेघालय, त्रिपुरा, सिक्किम, ओडिशा, नागालैंड में पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने कहा कि कुछ जिलों में संक्रमण के अधिक मामले हैं. हमें ये मानकर चलना पड़ेगा कि कुछ इलाकों में अभी भी कोरोना की दूसरी वेव है.