क्रिकेट को जेंटलमैन का खेल कहा जाता है। जब-जब जेंटलमैन खिलाड़ियों की बात आएगी उसमें राहुल द्रविड़ का जिक्र जरूर आएगा। राहुल द्रविड़ को क्रिकेट का दिवार भी कहा जाता है। इसके साथ ही वह कई सालों तक टीम इंडिया के संकट मोचक भी रहे। राहुल को क्रिकेट की दुनिया में उनके शांत स्वभाव के लिए जाना जाता है। हालांकि ऐसा भी नहीं है कि उनके क्रिकेट करियर में कोई विवाद नहीं हुआ है। चलिए राहुल से जुड़े कुछ विवादों के बारे में आपको बताते हैं।
सौरव गांगुली से हुआ था तकरार
ग्रेग चैपल के कोच रहने के दौरान सौरव गांगुली लगातार हाशिए पर चले जा रहे थे। सौरव गांगुली को इस बात की उम्मीद थी कि उनके साथ वाले खिलाड़ी उनका साथ देंगे। लेकिन राहुल द्रविड़ चैपल के फैसलों पर हां में हां मिलाए जा रहे थे। जिसकी वजह से राहुल और सौरभ के रिश्तो में टकराव भी देखने को मिला।
दोहरा शतक नहीं बना सके थे सचिन
बात 2004 की है जब लंबे अंतराल के बाद टीम इंडिया पाकिस्तान दौरे पर गई थी। मुल्तान में भारत अपना पहला टेस्ट खेल रहा था और सौरव गांगुली के चोटिल होने के बाद राहुल द्रविड़ इस मैच में कप्तानी कर रहे थे। सचिन तेंदुलकर उस वक्त 194 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे लेकिन राहुल द्रविड़ ने अचानक ही पारी घोषित करने का फैसला कर दिया। द्रविड़ के इस फैसले पर खुद सचिन भी हैरान हो गए थे। उस वक्त राहुल द्रविड़ के इस फैसले की आलोचना भी खूब हुई थी।
राजस्थान रॉयल्स और स्पॉट फिक्सिंग
जब राजस्थान रॉयल्स पर स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लगे थे उस वक्त उस टीम के कप्तान राहुल द्रविड़ थे। 2013 में एस श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चौहान स्पॉट फिक्सिंग में लिप्त पाए गए थे। जब यह मामला सुर्खियों में था तब राहुल द्रविड़ का नाम भी इस विवाद में घसीटा जा रहा था।
बॉल टेंपरिंग का लगा था आरोप
वैसे तो राहुल द्रविड़ क्रिकेट के लिए जेंटलमैन है। लेकिन एक बार उनके ऊपर भी बॉल टेंपरिंग जैसे आरोप लग चुका है। 2004 में ऑस्ट्रेलिया की में ट्राई सीरीज के दौरान जिंबाब्वे के खिलाफ वनडे मैच में राहुल द्रविड़ पर बॉल टेंपरिंग का आरोप लगा था। आरोप में कहा जा रहा था कि द्रविड़ ने बॉल पर किसी जेली का उपयोग किया है। इस मैच के बाद मैच रेफरी क्लाइव लॉयड ने उन पर जुर्माना भी लगाया था।