ज्योतिष शास्त्र में शनि को सूर्य पुत्र भी कहा जाता है इन्हें काफी क्रूर माना जाता है. इनको न्यायधीश भी कहा जाता है. इनकी दृष्टि में जो नाराजगी है वह इनकी पत्नी के कारण है.
इनकी पत्नी ने श्राप दिया था कि आप जिसको देखें उसका सब बर्बाद हो जाएगा. नवग्रह में शनि सूर्य से सर्वाधिक दुरी पर है. शनि को कई नाम से से जाना जाता है. इन्हें मंदगामी, सूर्य- पुत्र, शनिचर तथा छायापुत्र के नाम से जाना जाता है. शनि की गति बहुत धीमी है इस कारण इन्हें धीमी चाल का ग्रह कहा जाता है. एक राशि से दूसरे राशि में गोचर करने में इन्हें कुल साढ़ेसात वर्ष लग जाते हैं. शनि ठंडक देने वाला ग्रह हैं शनि की महादशा में जातक को बहुत ही परेशानी होती है. लेकिन शनि की अशुभता तब होती है जब जन्म कुंडली में शनि नीच तथा शत्रु अवस्था में हों. इनके गोचर काल में जीवन जादू टोना का कारक बन जाता है. लेकिन शुभ होने पर शनि अपनी महादशा में सौभागयशाली तथा दीर्घायु बनाता है. शनि दो राशियों का स्वामित्व करते हैं. मकर और कुम्भ वर्तमान में शनि कुम्भ राशि में गोचर कर रहे हैं. शनि अपने ही राशि में वक्री हैं लेकिन शनि जब वक्री होते हैं तब जिस भाव में शनि बैठे रहते हैं उनके लिए थोड़ी परेशानी होती है लेकिन इनकी दृष्टी जिस भाव पर या जिस राशि पड़ पड़ता है उनको मालामाल कर देता है. ऐसे में शनि को तुला राशि बहुत ही प्रिये होते है. इस राशि में शनि उच्च के माने जाते हैं. इसलिए तुला राशि पर शनि निरंतर कृपा दृष्टि बनाकर रखे रखते हैं.
शनि की उल्टी चाल से किन -किन राशियों को कब तक मिलेगा लाभ
शनि 04 नवम्बर 2023 को सुबह मार्गी होंगे तब तक इन राशियों को लाभ मिलेगा. मेष, सिंह, वृश्चिक राशि वाले को शनि का लाभ मिलेगा. इन राशियों को शनि का भरपूर साथ मिलेगा. इनका लक्ष्य आगे बढ़ने का है. इनके सभी सपने पूरे होंगे. जो लोग व्यापार कर रहे हैं. भरपुर निवेश करें लाभ होगा. जो लोग नौकरी कर रहे हैं उनके प्रमोशन का योग बन रहा है और जो नई नौकरी की तलाश में हैं उनको सफलता मिलेगी जिससे उनका मन प्रसन्न रहेगा. स्वास्थ्य से परेशानी होगा.
मेष राशि
इस राशि में शनि नीच के माने जाते हैं. इस राशि में शनि का परिणाम ठीक नहीं रहता है. वहीं मंगल शनि के स्वामित्व वाले मकर राशि में उच्च के होते हैं. मेष राशि अग्नि तत्व राशि में आता है. इस राशि को कार्य में थोड़ी परेशानी के साथ सफलता मिलेगी लेकिन शनि की तिसरी दृष्टि मेष राशि पर है इस राशि में गुरु के साथ राहु विराजमान है जिसे पूजा -पाठ में मन लगेगा, धार्मिक यात्रा होगी. शिक्षा, लव अफेयर में लाभ होगा. जल्दीबाजी में कार्य नहीं करें. रुके हुए कार्य धीरे -धीरे पूर्ण होंगे. शनि की दृष्टि मंगल पर है. जो लोग हार्डवेयर तथा सीमेंट सम्बंधित व्यापार से जुड़े हैं उनको बेहतर लाभ होगा. स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी तकलीफ होगी.
सिंह राशि
इस राशि वाले के केंद्र में मंगल के साथ शुक्र और बुध बैठे हुए हैं. सभी ग्रहों की सातवीं दृष्टि शनि बन गया है. शनि की सातवीं दृष्टि सिंह राशि में बैठे सभी ग्रहों पर है. जिससे सिंह राशि की आय में बढ़ोतरी होगी. जो लोग टेक्नीकल या मेडिकल के व्यापार से जुड़े हैं आपके लिए यह सुनहरा अवसर है. जो लोग नौकरी कर रहे हैं सैलरी में बढ़ोतरी होगी तथा अधिकारी का पूरा सहयोग प्राप्त होगा. नवम्बर माह तक वाहन का सुख प्राप्त होगा जो लोग भूमि -भवन के कार्य से जुड़े हैं उनके लिए शनि मिलाजुला फल देंगे धैर्य से काम करें. सभी रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे. प्रेम संबंध में सफलता मिलेगी. स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की जरुरत है. इसमें लापरवाही नहीं करें. बीमारी बढ़ जाएगी.
वृश्चिक
इस राशि में शनि की दसवीं दृष्टि मेष राशि पर है और मंगल की चौथी दृष्टि मेष राशि में बन गई है जिससे आपके भाग्य में उन्नति होगी. शत्रुता समाप्त होगा. आप अपना कार्य ठीक ढंग से करेंगे. शिक्षा तथा प्रेम के मामले में आपका बेहतर प्रदर्शन रहेगा. वर्तमान में शनि का ढैय्या चल रहा है लेकिन वक्री अवस्था में रहने के कारण इस राशि को लाभ मिलेगा. शिक्षा के क्षेत्र में सफल रहेंगे, भूमि -भवन का लाभ होगा जो लोग न्यालय सम्बंधित कार्य कर रहे हैं या राजनीतिक में हैं उनके लिए यह समय उतम रहने वाला है.