प्रत्येक माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी के तौर पर मनाया जाता है। इस वक़्त वैसाख मास का शुक्ल पक्ष चल रहा है। वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर विधि-विधान से प्रभु श्री गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इस दिन विधि- विधान से पूजा-अर्चना करने से प्रभु श्री गणेश की खास कृपा प्राप्त होती है। वही 23 अप्रैल को विनायक चतुर्थी पड़ रही है। वही ज्योतिष के अनुसार, इस दिन कुछ मन्त्र का जाप करने से सारी समस्याएं ख़त्म हो जाती है।
विनायक चतुर्थी महत्व:-
इस पावन दिन की बहुत ज्यादा महत्व होता है।
विनायक चतुर्थी के दिन प्रभु श्री गणेश की पूजा- अर्चना करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है।
विनायक चतुर्थी के दिन व्रत रखने से विघ्न दूर हो जाते हैं।
मनोकामना पूर्ति के लिए मंत्र:-
आर्थिक संपन्नता:- आर्थिक परेशानी दूर करने और देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इस दिन गणपति कुबेर मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।
मंत्र – ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।
हर काम में बाधा:- यदि काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं तो विनायक चतुर्थी पर इस मंत्र का जाप करें। मान्यता है इससे कार्य में आ रहे विघ्य दूर हो जाते हैं।
मंत्र – ॐ नमो हेरम्ब मद मोहित मम् संकटान निवारय-निवारय स्वाहा।
पारिवारिक कलह:- परिवार में आए दिन झगड़े होते हैं तो इस दिन इस मंत्र का एक माला जाप करें। इससे घर-परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
मंत्र – ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश। ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति। करों दूर क्लेश।। ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।’
शत्रु पर विजय;-
विनायक चतुर्थी के दिन शुभ योग में गणपति के शाबर मंत्र का जाप करने से शत्रु पर विजय प्राप्त होती है।
मंत्र – ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।