वास्तुशास्त्र हर किसी के जीवन में अहम भूमिका अदा करता हैं इसमें व्यक्ति के जीवन से जुड़ी हर एक चीज़ को लेकर नियम और उसके रख रखाव के बारे में बताया गया हैं। वास्तुशास्त्र में भोजन करने से जुड़े नियम के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई हैं।
वास्तु अनुसार गलत दिशा में बैठकर अगर भोजन किया जाए तो व्यक्ति को भाग्य का साथ नहीं मिलता हैं और दुर्भाग्य उसके पीछे बढ़ जाता हैं साथ ही साथ परिवार को कंगाली का भी सामना करना पड़ सकता हैं, तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि भोजन करने की सबसे उचित दिशा कौन सी हैं और किस दिशा में बैठकर भोजन नहीं करना चाहिए, तो आइए जानते हैं।
भोजन करने से जुड़े नियम-
वास्तुशास्त्र के अनुसार भोजन करने के लिए सबसे उचित और शुभ दिशा उत्तर और पूर्व को बताया गया हैं वही भूलकर भी दक्षिण दिशा की ओर मुख करके भोजन नहीं करना चाहिए। इसे अशुभ माना जाता हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी जाती हैं ऐसे में अगर इस दिशा की ओर मुख करके भोजन किया जाए तो आयु कम हो जाती हैं साथ ही दुर्भाग्य में भी वृद्धि होती हैं।
इसके अलावा भोजन करने के लिए पश्चिम दिशा को भी उचित नहीं बताया गया हैं। ऐसा माना जाता हैं कि इस दिशा में मुंह करके भोजन करने से व्यक्ति पर कर्ज का बोझ बढ़ जाता हैं उसे आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। ऐसे में भूलकर भी इन दिशाओं में मुख करके भोजन ना करें तो बेहतर होगा।