शिवसेना नेता संजय निरुपम ने मंगलवार को उद्धव ठाकरे, उनकी पार्टी और विपक्ष पर जमकर हमला बोला। साथ ही, उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर वक्फ कानून के खिलाफ दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया।वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 को लेकर निरुपम ने विपक्ष पर देश में तनाव भड़काने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि यह कानून गरीब और कमजोर मुस्लिमों के हित में है, जो वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग से प्रभावित होते हैं।निरुपम ने बताया कि वक्फ बोर्ड में पारदर्शिता लाने और भ्रष्टाचार रोकने के लिए यह कानून लाया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दल वक्फ बोर्ड के मुद्दे पर मुस्लिम समुदाय को भड़का रहे हैं, ताकि उनके भ्रष्टाचार पर पर्दा डाला जा सके।निरुपम ने दावा किया कि यह कानून मस्जिदों या धार्मिक स्थलों को निशाना नहीं बनाता, बल्कि वक्फ संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करता है। इसके साथ ही उन्होंने उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे के पुराने बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी पार्टी तो समाप्त हो चुकी है।निरुपम ने याद दिलाया कि आदित्य ठाकरे ने मार्च 2022 में राज ठाकरे की पार्टी को “टाइमपास” और “केवल चुनाव के समय सक्रिय” कह कर तंज कसा था।उन्होंने उद्धव ठाकरे को याद दिलाया कि उनकी पार्टी शिवसेना (यूबीटी) भी अब कांग्रेस और अन्य दलों के साथ गठबंधन कर अपनी राजनीतिक साख बचाने की कोशिश कर रही है।निरुपम ने तंज कसते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे कभी कांग्रेस के साथ, तो कभी मुस्लिम वोटों के लिए गठबंधन करते हैं, लेकिन उनकी पार्टी की हालत खराब है।उन्होंने उद्धव पर कोविड काल में प्रवासी मजदूरों की मदद के नाम पर घोटाले का भी आरोप लगाया।
निरुपम ने नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस मामले में सैकड़ों करोड़ रुपये का घोटाला किया, जिसमें बड़े नेता शामिल हैं और जमानत पर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस इस घोटाले को छिपाने के लिए कार्यकर्ताओं से मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करवा रही हैनिरुपम ने कहा कि नेशनल हेराल्ड की पूरी जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिएसंजय निरुपम ने कहा कि वह राज ठाकरे के साथ अपने पुराने संबंधों को महत्व देते हैं। उन्होंने विपक्ष से सवाल किया कि उनका ठाकरे परिवार से क्या संबंध है और इससे उन्हें क्या फायदा मिला।