पूर्व भारतीय महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने इंडिया वर्सेस साउथ अफ्रीका टेस्ट सीरीज से पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को मेंटल एडजस्टमेंट की खास सलाह दी है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत को 26 दिसंबर से शुरू होने वाली आगामी 2 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है, यह सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा होगी।
गावस्कर ने कहा कि रोहित शर्मा ने वनडे वर्ल्ड कप में आक्रामक रवैया अपनाया, मगर साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में उनको अपनी इस अप्रोच को पूरी तरह से बदलना होगा।
रोहित शर्मा विश्व कप फाइनल के बाद अपना पहला कॉम्पिटेटिव मैच खेलेंगे जब वह सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारत का नेतृत्व करने के लिए उतरेंगे। ऐसा लगता है कि भारत के कप्तान ने विश्व कप फाइनल की हार की निराशा को पीछे छोड़ दिया है क्योंकि वह रेनबो नेशन में कप्तान के रूप में अपने पहले टेस्ट असाइनमेंट के लिए तैयारी कर रहे हैं।
वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा शानदार फॉर्म में थे और टॉप ऑर्डर में उन्होंने आक्रामक बल्लेबाज की भूमिका निभाई थी। रोहित ने 125 की स्ट्राइक रेट से 597 रन बनाए, जिससे टीम को सेमीफाइनल और फाइनल सहित अधिकतर मैचों में अच्छी शुरुआत मिली। उन्होंने निडर क्रिकेट खेला और विपक्षी गेंदबाजों पर शुरू से प्रहार किया, लेकिन गावस्कर को लगता है कि रोहित को दक्षिण अफ्रीका में लाल कूकाबुरा के खिलाफ अपनी शैली को बदलना होगा।
गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण चुनौती अपनी मानसिक स्थिति को टेस्ट मैच की स्थिति में लाना होगा।’
उन्होंने आगे कहा ‘वह वनडे फॉर्मेट में बल्लेबाजी कर रहे थे, जहां उन्होंने फैसला किया था कि वह आक्रामक भूमिका निभाएंगे और पहले 10 ओवरों में जितना संभव हो उतना स्कोर बनाने की कोशिश करेंगे। हमने विश्व कप में यह देखा। विश्व कप के लिए उनका दृष्टिकोण यही था। लेकिन टेस्ट क्रिकेट के लिए उन्हें अपना दृष्टिकोण पूरी तरह से बदलना होगा क्योंकि उन्हें पूरे दिन बल्लेबाजी के संदर्भ में सोचना होगा। यदि वह पूरे दिन बल्लेबाजी करते हैं, तो स्पष्ट रूप से उनके पास मौजूद शॉट्स की रेंज के साथ, वह 150 से अधिक रन बनाने में सक्षम होंगे, तब भारत 300-प्लस या 350-प्लस स्कोर कर सकता है।’