पटनाः बिहार में कांग्रेस विधायकों के संभावित टूट की भनक मिलते ही राहुल गांधी ने सभी विधायकों को दिल्ली तलब किया है.
कांग्रेस के सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस के सभी विधायकों को 9 जुलाई को दिल्ली बुलाया गया है. इस दौरान राहुल गांधी सभी विधायकों से बात कर उनकी समस्या सुनेंगे. सूत्रों के अनुसार कल ही राहुल गांधी ने बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास से मुलाकात की थी. इसमें बिहार को लेकर लंबी चर्चा हुई.
दोनों नेताओं के बीच बातचीत के बाद ये तय किया गया कि सारे विधायकों को दिल्ली बुलाया जाये, जहां राहुल गांधी खुद उनसे बात करें. दरअसल, मामला नीतीश कुमार के ऑपरेशन कांग्रेस से जुड़ा है. कांग्रेस आलाकमान को भनक मिली है कि नीतीश कुमार ने अपने दूतों के जरिये कांग्रेसी विधायकों पर डोरा डालने का सिलसिला तेज कर दिया है.
पिछले तीन-चार दिनों में कांग्रेस के पांच विधायकों की बातचीत नीतीश कुमार के दूत से हुई है. जदयू के एक सांसद के अलावा एक मंत्री इसमें लगे हुए हैं. जानकारों के अनुसार मदन सहनी प्रकरण के बाद नीतीश कुमार के दूत और सक्रिए हो गए हैं. मदन सहनी ने खुलेआम सरकार को आंख दिखाया है. चार-पांच और विधायक उनकी तरह मुखर हो जायें तो नीतीश सरकार मुश्किल में पड़ सकती है.
कारण कि नीतीश सरकार के पास बहुमत बेहद कम है. सत्तारूढ़ गठबंधन के आधा दर्जन विधायक भी पाला बदल लें, तो सरकार गिर जायेगी. ऐसे में जदयू ने कोशिशें तेज की है. उसे लग रहा है कि कांग्रेस को तोड़ा जा सकता है. बिहार में कांग्रेस के 19 विधायक हैं.
दलबदल कानून के तहत कांग्रेस को तोड़ने के लिए 13 विधायक चाहिये. अगर 13 विधायक नीतीश के साथ आ जायें तो फिर नीतीश कुमार को कुर्सी जाने का डर नहीं सतायेगा. लिहाजा कांग्रेसी विधायकों पर डोरा डालने की कवायद तेज हुई है. इसकी भनक दिल्ली दरबार में भी पहुंच गई है.