जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में बुधवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में सेना के कैप्टन स्तर के दो अधिकारी समेत चार जवान शहीद हो गए। अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा, एक घायल जवान को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षाबलों ने मौके पर दो आतंकियों को घेर लिया और भीषण मुठभेड़ जारी है। उन्होंने कहा कि आतंकियों को मार गिराने के लिए और अधिक जवानों को भेजा गया है। 16 कोर कमांडर और राष्ट्रीय राइफल्स के रोमियो फोर्स कमांडर ऑपरेशन की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त घेराबंदी एवं तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई। स्थानीय निवासियों ने बताया कि इलाके में सक्रिय आतंकवादियों का पता लगाने के लिए रविवार से ही घेराबंदी एवं तलाशी अभियान जारी है। एक ग्रामीण ने बताया, ‘‘अभियान के कारण हमें घर पर ही रहने और बाहर न निकलने के लिए कहा गया था। हमारे बच्चे घर पर ही रहे और स्कूल नहीं गए।’’ उन्होंने बताया कि गांव के नजदीक वन क्षेत्र में मुठभेड़ जारी है।
अधिकारियों ने कहा कि बाजीमाल में मुठभेड़ स्थल पर घेरे गए दोनों आतंकवादी विदेशी नागरिक प्रतीत होते हैं और रविवार से इलाके में घूम रहे थे। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने एक उपासना स्थल पर भी शरण ली थी। जम्मू-कश्मीर में पीर पंजाल के जंगल पिछले कुछ वर्षों में कई मुठभेड़ों के बाद सुरक्षा बलों के लिए एक चुनौती साबित हुए हैं।
आतंकवादी भौगोलिक स्थिति का लाभ उठाकर अपनी स्थिति को छुपाने के लिए घने जंगलों का इस्तेमाल करते हैं। आतंकवादी अपनी पोजीशन छिपाने के लिए दुर्गम पहाड़ों, घने जंगलों और अल्पाइन जंगलों का फायदा उठाते हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मारे गए आतंकवादी का शव जंगलों के अंदर पड़ा हुआ था और आतंकवादियों की ओर से जारी गोलीबारी के कारण उसे निकाला नहीं जा सका। पिछले हफ्ते राजौरी जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था। इससे पहले, शुक्रवार को राजौरी जिले के बुद्धल इलाके में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों के संयुक्त अभियान में एक आतंकवादी मारा गया था। मारे गए आतंकवादी के पास से एक एके-47 राइफल, तीन मैगजीन, तीन ग्रेनेड और एक थैली बरामद की गई, जिसके साथी हालांकि भागने में सफल रहे।