उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के सामने एक बार फिर से सत्ता में वापसी की चुनौती है। भाजपा लगातार मुख्य विपक्षी दल अखिलेश यादव की पार्टी पर गुंडागर्दी को बढ़ावा देने का आरोप लगाती रही है। इसके साथ ही योगी सरकार में गुंडागर्दी को खत्म करने का दावा भी कर रही है। खुद भाजपा के दिग्गज नेता उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार की पीठ थपथपा रहे हैं। गोरखपुर में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थीं। महिलाएं घर के बाहर नहीं निकल सकतीं थीं। असुरक्षा का माहौल था। 5 सालों में आपने प्रदेश में दंगा नाम की कोई बात सुनी है क्या? प्रदेश में आपने सुना है कि कोई बेटी को जबरन उठाकर लेकर चला जाएगा।योगी ने दावा किया कि वे अब बेझिझक रहतीं हैं। वे कहतीं हैं कि हमें तो भाजपा को वोट देना है। उनसे पूछते हैं कि भाजपा को वोट क्यों देना है? वे कहतीं हैं कि यही तो रामराज्य है। सुरक्षित वातावरण ही रामराज्य है। हमें सुरक्षा मिल गई है। हमारी बेटियां सुरक्षित हो गई है। इससे ज़्यादा हमें और क्या चाहिए। हम सुरक्षित है तो स्वयं कुछ भी करने का सामर्थ्य रखते हैं। योगी ने कहा कि 2017 में जब मैं सीएम बना तो पता चला कि 40 लाख राशन कार्ड फर्जी थे, जिसमें गरीबों के नाम पर राशन लिया गया लेकिन गरीबों को कुछ नहीं मिला। आज हम 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रहे हैं। इससे पहले योगी ने कहा था कि हमारे प्रदेश का अन्नदाता किसान पिछली सरकारों की उपेक्षा के कारण आत्महत्या करने को मजबूर था। 2017 में जब हमारी सरकार आई तो हमने 86 लाख किसानों का 36 हजार करोड़ का कर्ज माफ करने का काम किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सपा, बसपा की सरकारें थी तो 29 चीने मिलें बंद हुई थी। गन्ना किसान बदहाल था। लेकिन पिछले 5 सालों में कोई भी चीनी मिलें बंद नहीं हुई हैं, गन्ना किसानों को 1 लाख 57 हजार करोड़ से अधिक का भुगतान किया गया। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने वृद्धा पेंशन, दिव्यांगजन पेंशन को रोक दिया था। लेकिन हमारी सरकार ने वृद्धा पेंशन और दिव्यांगजन पेंशन को फिर से लागू करने का काम किया।