प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए की इस सरकार को 2 साल पूरे होने जा रहे हैं। मोदी सरकार ने अपने दो इस दो साल के कार्यकाल में कई उतार-चढ़ाव देखे। एक साल से अधिक का समय तो कोरोना वायरस महामारी की चपेट में रहा है। ऐसे में यह भी जानना जरूरी है कि सरकार को लेकर जनता के बीच क्या राय है। जनता खुश है या नाराज है। इन्हों सब को लेकर एबीपी न्यूज-सी वोटर का सर्वे सामने आया है। इस सर्वे में कई सवाल पूछे गए हैं। जैसे की पीएम पद के लिए बेहतर कौन है? सबसे ज्यादा नाराजगी किससे है और क्या बदलना चाहेंगे जैसे कई सवाल किए गए हैं जिनका जवाब सामने आया है।
प्रधानमंत्री पद के लिए बेहतर कौन? सर्वे के दौरान जब यह पूछा गया कि प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे बेहतर कौन है तो 42 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी का नाम लिया। वहीं, 12 फीसदी लोगों ने राहुल गांधी का नाम लिया। 4 प्रतिशत लोगों ने टीएमसी की मुखिया और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिया। इसके अलावा 6 प्रतिशत लोगों ने केजरीवाल का नाम लिया। 2 फीसदी लोगों ने सोनिया गांधी तो 6 फीसदी लोगों ने मनमोहन सिंह का नाम लिया। वहीं, 2 फीसदी लोगों ने योगी आदित्यनाथ का नाम लिया।
किससे है सबसे ज्यादा नाराजगी?
सर्वे में जब पूछा गया कि सबसे ज्यादा नाराजगी किससे है तो जवाब में 5 फीसदी लोगों ने स्थानीय व्यवस्था को बताया। जबकि 17 प्रतिशत ने राज्य सरकार को 24 फीसदी ने केंद्र सरकार को 54 फीसदी ने बताया कि वे कुछ नहीं बता सकते हैं।
पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम के लिए कौन जिम्मेदार?
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर 44 फीसदी शहरी लोगों ने केंद्र सरकार को तो 48 फीसदी ग्रामीण लोगों ने केंद्र को जिम्मेदार माना। वहीं, 19 फीसदी शहरी और 22 फीसदी ग्रामीण लोगों ने राज्य सरकार के लिए जिम्मेदार माना। वहीं, 21 फीसदी शहरी और 17 प्रतिशत ग्रामीण लोगों ने तेल कंपनियों को जिम्मेदार माना। जबकि 16 फीसदी शहरी और 13 फीसदी ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने कहा कि वो कुछ कह नहीं सकते हैं।
केंद्र के काम से कितना संतुष्ट?
केंद्र के काम से कितना संतुष्ट के सवाल पर 31 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बहुत संतु्ष्ट हैं। 28 फीसदी लोगों ने कहा कि वो कम संतुष्ट हैं। 37 फीसदी लोगों ने कहा कि वो असंतुष्ट हैं और 4 फीसदी लोगों ने कहा कि वो कह नहीं सकते हैं।
अमित शाह के काम से कितना संतुष्ट?
सर्वे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बारे में भी सवाल किया गया। जिसको लेकर 28 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बहुत संतुष्ट हैं। 22 फीसदी लोगों ने कहा कि वो कम संतुष्ट हैं और 37 फीसदी लोगों ने कहा कि वो असंतुष्ट हैं और 13 फीसदी लोगों ने कहा कि कह नहीं सकते हैं।