मध्य प्रदेश में राज्यसभा के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। उन्होंने मंगलवार को विधानसभा सचिवालय पहुंचकर प्रमाणपत्र प्राप्त किया।कुरियन को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में अल्पसंख्यक मामले, और मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालयों में राज्य मंत्री बनाया गया है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य हुआ करते थे, लेकिन गुना संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद उन्होंने ऊपरी सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा ने राज्यसभा की रिक्त हुई सीट के लिए केरल से नाता रखने वाले केंद्रीय मंत्री कुरियन को उम्मीदवार बनाया था। इस सीट के लिए कांग्रेस की ओर से न तो कोई उम्मीदवार बनाया गया और न ही किसी ने नामांकन दाखिल किया। नाम वापसी की तारीख और समय निकलने के बाद केंद्रीय मंत्री कुरियन के मुकाबले में कोई नहीं था। लिहाजा वह निर्विरोध निर्वाचित हो गए। उन्होंने जीत का प्रमाणपत्र हासिल कर लिया। इस मौके पर विधानसभा सचिवालय में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और भाजपा के नेता मौजूद रहे।
भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरने के बाद से ही कुरियन की जीत लगभग तय थी क्योंकि कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था। पार्टी नेताओं का कहना था कि विधानसभा में उनके पास इतना संख्या बल नहीं है जिसके आधार पर वे चुनाव में मुकाबला भी कर सकें।
मध्य प्रदेश में राज्यसभा की कुल 11 सीटें हैं। इनमें से सात पर भाजपा और तीन कांग्रेस के खाते में है।अब कुरियन के निर्वाचित होने से राज्यसभा की आठ सीटों पर भाजपा का कब्जा हो गया है। वर्तमान में राज्यसभा के सदस्यों की स्थिति पर गौर करें तो भाजपा के उमेश नाथ महाराज, बंशीलाल गुर्जर, एल. मुरूगन, माया नारोलिया, कविता पाटीदार, सुमित्रा बाल्मीकि और सुमेर सिंह सोलंकी हैं। वहीं कांग्रेस के सांसद दिग्विजय सिंह, विवेक तंखा और अशोक सिंह है।