मध्य प्रदेश में मोहन’राज’ का आगाज हो गया है। बुधवार को प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। लाल परेड ग्राउंड में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने मोहन यादव के अलावा डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को शपथ दिलाई।
पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी में मोहन, जगदीश और राजेंद्र ने शपथ ली।
कई दिनों से चल रही अटकलों को खत्म करते हुए भाजपा ने सोमवार को मोहन यादव को राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना और पार्टी के दिग्गज नेता शिवराज सिंह चौहान पांचवीं बार मुख्यमंत्री पद संभालने का रिकॉर्ड नहीं बना पाए। शिवराज सिंह चौहान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे 58 साल के मोहन यादव को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। मध्य प्रदेश में राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा उपमुख्यमंत्री का ओहदा संभालेंगे।
मोहन यादव को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का करीबी माना जाता है और उन्हें शीर्ष पद के दावेदार के रूप में नहीं देखा जा रहा था। वह अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय से आते हैं, जिनकी संख्या राज्य की जनसंख्या में 48 प्रतिशत से अधिक है। सोमवार को मुख्यमंत्री नामित होने के बाद यादव ने राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात की और अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया।
मोहन यादव यादव 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक चुने गए थे। उन्होंने 2018 और फिर 2023 में विधानसभा सीट बरकरार रखी। पिछले महीने के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने राज्य की 230 विधानसभा सीटों में से 163 सीटें जीती और कांग्रेस को 66 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर धकेल दिया।