कर्नाटक में ओमीक्रोन के दो केस सामने आने के बाद पूरे देश में अलर्ट जारी कर दिया गया था। इसके बाद देश के अलग-अलग इलाकों से जो खबरें लगातार निकलकर सामने आ रही हैं, वो साफ तौर पर इशारा कर रही हैं कि ओमीक्रोन देश के अलग-अलग हिस्सों में तेजी से पैर पसार रहा है। कर्नाटक के बाद गुजरात के जामनगर में 28 नवंबर को ज़िम्बाब्वे से आए एक 72 वर्षीय व्यक्ति का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था। जीनोम सिक्वेंसिंग के बाद गुजरात सरकार और आरोग्य विभाग ने पुष्टि की कि ये ओमीक्रोन है। अब मुंबई से भी ओमीक्रोन का एक मामला मिलने की खबर है। नए वेरिेएंट की देश में दस्तक के साथ ही तेज रफ्तार से टीकाकरण की बात हो रही है इसके साथ ही एक शब्द की भी खूब चर्चा हो रही है। ये शब्द ‘हाइब्रिड इम्यूनिटी’। कोरोना के रोज आते नए-नए वेरिएंट के बीच एक स्टडी में दावा किया गया कि जिन लोगों में हाइब्रिड इम्यूनिटी है वो कोरोना से ज्यादा सुरक्षित रह सकते हैं। ऐसे में आपको बताते हैं कि क्या होती है हाइब्रिड इम्यूनिटी और किस तरह की इम्यूनिटी हमारे अंदर होती है। हमारे शरीर के अंदर तीन तरह की इम्यूनिटी होती हैं:-
- पहली- कोविड संक्रमण के बाद बनीं नैचुरल इम्यूनिटी
- दूसरी- वैक्सीनेशन के बाद बनने वाली इम्यूनिटी
- तीसरी- हाइब्रिड इम्यूनिटी या सुपर इम्यूनिटी ये दोनों नैचुरल और वैक्सीन से बनने वाली इम्यूनिटी का मिक्सचर है
आसान भाषा में समझें तो एक व्यक्ति को कोविड संक्रमण हो जाता है। उसके बाद उसमें इम्यूनिटी बनती है। फिर कोरोना की वैक्सीन लग जाती है और उससे इम्यूनिटी बनती है। संक्रमण से बनी इम्यूनिटी और वैक्सीन से बनी इम्यूनिटी के मिश्रण को हाइब्रिड या सुपर इम्यूनिटी कहा जाता है।
भारत में हाइब्रिड इम्यूनिटी
सीएसआईआर-इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी के वरिष्ठ वैज्ञानिक और निदेशक डॉ अनुराग अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान में सबसे अच्छी प्रतिरक्षा वाले लोग “हाइब्रिड इम्युनिटी” वाले हैं। भारत की आबादी के एक बड़े हिस्से में COVID-19 के खिलाफ “हाइब्रिड इम्युनिटी” है।” समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए डॉ अग्रवाल ने बताया कि अभी सबसे अच्छी इम्युनिटी वाले लोग हाइब्रिड इम्युनिटी वाले हैं, जो देश की आबादी का सबसे बड़ा अनुपात है। यहां तक कि अगर आपको पहले कोई संक्रमण हुआ है, तो कोविड-19 वैक्सीन की एक खुराक भी आपको अच्छी प्रतिरक्षा देती है। उन्होंने बताया कि काफी दिनों से भारत में दूसरे देशों से कोरोना के कम मामले सामने आए हैं। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि भारत में हाइब्रिड इम्यूनिटी है। भारत में कोरोना की दूसरी लहर में 2/3 जनता को कोरोना हुआ था। जिसके बाद टीकाकरण ड्राइव चली और ऐसे लोगों में हाइब्रिड इम्यूनिटी हुई है।