उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को चुनावी मैदान में उम्मीदवारों को उतारने के लिए उनके नामों पर मंथन किया। नयी दिल्ली स्थिति पार्टी मुख्यालय में उत्तर प्रदेश की चुनाव समिति की बैठक हुई। जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उत्तर प्रदेश पार्टी प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान, सुनील बंसल समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया। आपको बता दें कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश के लिए अभी तक 194 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है और जल्द ही और उम्मीदवारों के नामों का ऐलान हो सकता है। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होगा। पहले चरण के लिए 10 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण के लिए 14 फरवरी को, तीसरे चरण के लिए 20 फरवरी को और फिर 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होगा। जबकि 10 मार्च को चुनाव परिणाम सामने आएंगे। ऐसे में भाजपा के समक्ष अपनी सत्ता को बरकरार रखने की चुनौती है।विधानसभा चुनावों से ठीक पहले भाजपा ने बड़ी बाजी मारते हुए कांग्रेस के दिग्गज नेता आरपीएन सिंह को अपने पाले में शामिल कर लिया है। करीब 32 साल तक कांग्रेस में रहे और विधायक से लेकर सांसद और केंद्रीय मंत्री तक का सफर तय करने वाले आरपीएन सिंह ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपा। इसके बाद उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर समेत कई नेता मौजूद रहे।