ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों ने शनिवार को दक्षिण अफ्रीका पर यात्रा प्रतिबंध लागू कर दिया है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के सामने आने के कारण ये प्रतिबंध लगाए गए हैं। जापान, श्रीलंका, थाइलैंड और ओमान ने शनिवार को जबकि अमेरिका, ब्राजील, कनाडा और यूरोपीय यूनियन ने शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, एस्वातिनी, जिम्बाब्वे, नामिबिया और लीसोथो पर यात्रा प्रतिबंध लगाया था।ब्रिटेन के शीर्ष वैज्ञानिकों ने शनिवार को कहा कि कोरोना वायरस का नया स्वरूप कोई बड़ा खतरा नहीं है और टीके अब भी इससे होने वाली बीमारी से बचाव कर सकते हैं। ब्रिटेन सरकार के स्वास्थ्य संबंधी आपातकालीन स्थिति से जुड़े वैज्ञानिक सलाहकार समूह (एसएजीई) के एक सूक्ष्म जीवविज्ञानी प्रोफेसर कैलम सेम्पल ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में सामने आया और दुनियाभर में सुर्खियों में छाया नया स्वरूप ‘बी.1.1.1.529’ (ओमीक्रॉन) कोई बड़ी आपदा नहीं है। टीकाकरण से मिलने वाली प्रतिरक्षा अब भी आपको गंभीर बीमारी से बचा सकती है।अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फाउची ने कहा है कि कोरोना वायरस का नया स्वरूप ओमीक्रोन दक्षिण अफ्रीका में तेजी से फैल रहा है और अमेरिकी वैज्ञानिक उस देश में अपने सहयोगियों के साथ नए स्वरूप की जांच करने में जुटे हुए हैं। हम यह पता लगाने के लिए उनसे बात कर रहे हैं कि यह एंटीबॉडी को नुकसान पहुंचाता है या नहीं।इस बीच कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के दो मामले सामने आए हैं। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद ने शनिवार को इसकी पुष्टि की। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि चेम्सफोर्ड और नॉटिंघम में वायरस के नए स्वरूप से संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है। जावेद ने ट्वीट किया कि ब्रिटेन में ओमिक्रॉन के दो मामलों की पुष्टि हुई है। दोनों मामले एक दूसरे से जुड़े हैं दक्षिण अफ्रीका की यात्रा से संबंधित हैं।इस बीच नेपाल में भी दक्षिण अफ्रीका से आने वाले लोगों के लिए सात दिन का क्वारंटीन अनिवार्य कर दिया है। यह नियम दक्षिण अफ्रीका होकर नेपाल आ रहे लोगों पर भी लागू होगा। इससे पहले ब्रिटेन ने शुक्रवार से दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, लेसोथो, इस्वातिनी, जिम्बाब्वे और नामीबिया से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लागू कर दिया था। इसके अलावा जर्मनी, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, माल्टा और चेक गणराज्य, यूरोप के उन देशों में शामिल है जिन्होंने यात्रा पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं।