यूक्रेन के ऊपर रूस के हमले के बाद अमेरिका, ब्रिटेन समेत यूरोपीय देश ने मास्को पर कई कड़े प्रतिबंध लगाए थे। लेकिन अब इन प्रतिबंधों के खिलाफ रूस का जवाबी एक्शन सामने आया है। रूस ने अपने देश में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की एंट्री बैन कर दी है। इसके साथ ही कई ब्रिटिश राजनेताओं और सांसदों पर भी पाबंदी लगाई गई है। मॉस्को का कहना है कि 24 फरवरी को रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला करने के बाद से उसके खिलाफ ब्रिटेन के प्रतिबंधों के जवाब में यह फैसला किया गया है। रूस ने इसी साल मार्च में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ भी इसी तरह का प्रतिबंध लगाया था। अपने बयान में रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि लंदन का उद्देश्य रूस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करना है।
किन राजनेताओं के नाम शामिल
मॉस्को की ओर से जारी की गई ‘स्टॉप लिस्ट’ में जिन 13 ब्रिटिश राजनेताओं के नाम शामिल हैं, उनमें भारतीय मूल के ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक और गृह मंत्री प्रीती पटेल के अलावा उप प्रधानमंत्री डोमिनिक राब, विदेश मंत्री लिज ट्रूस और रक्षा मंत्री बेन वालास भी शामिल हैं।
कीव शासन को उकसा रहा है ब्रिटेन का नेतृत्व
इसमें आगे कहा गया है, “संक्षेप में, ब्रिटिश नेतृत्व जानबूझकर यूक्रेन के आसपास की स्थिति को बढ़ा रहा है। कीव को घातक हथियार मुहैया कराया जा रहा है। इस सप्ताह की शुरुआत में, यूके और यूएस दोनों ने मास्को पर और प्रतिबंध लगाए। जिसमें रूस की पहले से ही संघर्षरत अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने के लिए ‘यह अभियान चलाया गया। ब्रिटेन का नेतृत्व जानबूझकर यूक्रेन के आसपास हालात को विकट बनाने के साथ ही घातक हथियारों को उपलब्ध कराकर कीव शासन को उकसा रहा है और नाटो की ओर से इसी तरह के प्रयासों का समन्वय कर रहा है।