चुनाव प्रचार में जब बीजेपी के खर्च के आंकड़े जारी हुए तो इसको लेकर सियासत ने नया रंग ले लिया। हालिया रिपोर्ट का दावा है कि बीजेपी ने इस साल मार्च में असम, पुडुचेरी, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और केरल में हुए विधानसभा चुनावों में प्रचार के लिए 252 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। वहीं टीएमसी की ओर से सौंपे गए ब्यौरों के मुताबिक उसने बंगाल चुनाव में 154 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। चुनाव आयोग को हाल ही में बीजेपी ने जो ब्यौरा सौंपा है उसके मुताबिक पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में 252 करोड़ 2 लाख 71 हजार 753 रुपए खर्च किए गए हैं। लेकिन गौर करने वाली बात है कि इस राशि के60 प्रतिशत हिस्से का इस्तेमाल उसने सिर्फ तृणमूल कांग्रेस शासित राज्य में किया। विपक्षी आरोप लगा रहे हैं कि बंगाल में इतना व्यापक खर्च करने के बाद भी बीजेपी तृणमूल कांग्रेस को सत्ता में आने से रोक नहीं पाई। बीजेपी के इतने बड़ी रकम खर्च किए जाने को विरोधी चुनावी मुद्दा भी बनाने लगे हैं। भाजपा की ओर से निवार्चन आयोग को सौंपे गए खर्च के ब्योरे के मुताबिक पार्टी असम में उसने 43.81 करोड़ रुपये और पुडुचेरी में 4.79 करोड़ रुपये खर्च किए। तमिलनाडु में पार्टी ने 22.97 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। लेकिन दक्षिण के इस राज्य में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) अपने चिर प्रतिद्वंद्वी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) से सत्ता छीनने में सफल रही। भाजपा को राज्य में सिर्फ 2.6 प्रतिशत मत मिले थे।