पटनाः बिहार में कोरोना संक्रमण से जारी महामारी के बीच सत्ता की मुख्य सहयोगी भाजपा को राज्य में लॉकडाउन लगवाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने गिड़गिड़ाना पड़ रहा है.
दरअसल, राजधानी पटना के अलावा गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, औरंगाबाद और बेगूसराय समेत राज्य के डेढ़ दर्जन से ज्यादा जिलों में हालत दिन पर दिन भयावह होते जा रहे हैं. ऐसी स्थिति में भाजपा राज्य में तत्काल लॉकडाउन लगाने की लगातार मांग कर रही है. यही नहीं भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जल्द से जल्द सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है.
भाजपा के प्रवक्ता अजित चौधरी ने भी तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलाकर स्थिति की समीक्षा करने और राज्य में लॉकडाउन लगाने की बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कही है. यहां बता दें कि राज्य में तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण को कम करने के लिए पिछले ही सप्ताह रविवार को नीतीश सरकार ने सर्वदलीय बैठक कर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए थे. इसमें राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया था.
लेकिन इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है. कारण कि जब से नाइट कर्फ्यू लगा है तब से लगातार प्रतिदिन 11 हजार या 12 हजार से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं. हालांकि सर्वदलीय बैठक के बाद बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस फैसले पर सवाल उठाया था. उन्होंने नाइट कर्फ्यू के फैसले को गलत बताया था.
यही नही उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी थी, जिसमें उन्होंने कहा कि था “बिहार सरकार ने बहुत सारे फैसले लिए हैं, जो आज की परिस्थिति में बहुत अनिवार्य हैं. मैं कोई विशेषज्ञ तो नहीं हूं फिर भी सभी अच्छे निर्णयों में इस एक निर्णय को समझने में असमर्थ हूं कि रात का कर्फ्यू लगाने से करोना वायरस का प्रसार कैसे बंद होगा.”
संजय जायसल के इस टिप्पणी के बाद नीतीश कैबिनेट में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री व भाजपा नेता रामसूरत राय ने शुक्रवार को बिहार में संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि राज्य में पूर्व लॉकडाउन लगाकर ही कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ी जा सकती है. राज्य में कोरोना से हालात बिगड़ते जा रहे हैं.
ऐसे में महज नाइट कर्फ्यू लगाने से संक्रमण कम नहीं होगा. राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन लगना चाहिए. रामसूरत राय ने कहा कि अकेले मेरे पास अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने के लिए फोन पर फोन आ रहे हैं. केंद्र ने पहले ही राज्य सरकार को लॉकडाउन लगाने का अधिकार दे दिया है. ऐसे में बिहार में कोरोना सक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन लगाना चाहिए.