लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 15 राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश की कुल 195 सीटों पर शनिवार को प्रत्याशी घोषित किए। लेकिन इनमें बिहार की एक भी सीट शामिल नहीं है।
वह भी तब जबकि पड़ोसी राज्य झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में उम्मीदवारों के ऐलान कर दिए गए हैं। बिहार में बीजेपी प्रत्याशियों की घोषणा इसलिए नहीं हो पायी है क्योंकि सहयोगी दलों के साथ सीटों पर अभी तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। कुछ सीटों पर पेच भी फंसा है। यह भी तय होना बाकी है कि लोजपा के दोनों गुट, उपेंद्र कुशवाहा और जीतनराम मांझी कितनी-कितनी सीटों पर तथा कहां-कहां लड़ेंगे।
बीजेपी सूत्रों की मानें तो 6 फरवरी को केंद्रीय चुनाव समिति की दिल्ली में बैठक होगी। इसके एक दिन पहले बिहार चुनाव टीम के साथ केंद्रीय टीम बैठेगी। बिहार में बीजेपी के 17 सांसद हैं और इतनी ही सीटों पर उसकी तैयारी भी है। हर सीट के लिए पार्टी द्वारा घोषित आब्जर्वरों ने तीन-तीन दावेदारों की सूची भी सौंप दी है। बिहार चुनाव कमेटी ने भी प्रत्याशियों के नाम केंद्रीय समिति को भेज दिए हैं। हालांकि दावेदारों की घोषणा के पहले एनडीए में कुछ सीटों की अदलाबदली के भी आसार हैं।
ये ऐसी सीटें हैं जो अभी जेडीयू या बीजेपी के कब्जे में हैं। मांझी की दावेदारी गया सीट पर है, यहां जेडीयू के सांसद हैं। उपेंद्र कुशवाहा काराकाट चाहते हैं यहां भी जेडीयू के महाबली सिंह पिछली बार जीते थे। गया, काराकाट के अलावा मुंगेर, वैशाली, नवादा समेत कुछ और सीटों पर बदलाव के आसार हैं। हाजीपुर सीट पर भी चाचा पशुपति पारस तथा भतीजा चिराग पासवान दोनों दावेदारी ठोंक रहे हैं।
अंतिम बातचीत बाकी
जानकारी के मुताबिक भले ही बिहार में एनडीए के दो प्रमुख दल बीजेपी और जेडीयू के बीच क्रमश: 17 और 16 सीटों पर बातचीत हो चुकी है लेकिन अन्य साझीदारों के साथ अंतिम एवं निर्णायक बातचीत होनी बाकी है। यहां एनडीए में अभी 6 दल हैं। बीजेपी-जेडीयू के अलावा लोजपा के दोनों गुट, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा और मांझी की हम पार्टी। मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी की भी बातचीत जारी है। एनडीए सूत्रों की मानें तो अगले एक-दो दिन में एनडीए घटक दलों के बीच सीटों पर सहमति हो जाएगी। उसके बाद सीट दलवार चिह्नित कर लिए जाएंगे। इसके साथ ही उम्मीदवारों की घोषणा भी होने लगेगी।