हिडिम्बा देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश के मनाली में स्थित है।यह एक प्राचीन गुफा मन्दिर है जो हिडिम्बी देवी या हिरमा देवी को समर्पित है। हिडिम्बा का वर्णन महाभारत में भीम की पत्नी के रूप में मिलता है। मन्दिर में उत्कीर्ण एक अभिलेख के अनुसार इस मंदिर का निर्माण राजा बहादुर सिंह ने 553 ईस्वी में करवाया था।पैगोडा शैली में निर्मित यह मंदिर अत्यंत सुंदर है। मंदिर मनाली शहर के पास एक पहाड़ पर बना है। मनाली आने वाले सैलानी यहां जरूर जाते हैं। देवदार के वृक्षों से घिरे इस मंदिर की खूबसूरती बर्फबारी के बाद देखते ही बनती है।यह जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर में देवी की कोई मूर्ति स्थापित नहीं है बल्कि हिडिम्बा देवी के पदचिह्नों की पूजा की जाती है। पैगोड़ा वास्तुकला मंदिर की खासियत है। लकड़ी से निर्मित इस मंदिर की चार छतें हैं।नीचे की 3 छतों का निर्माण देवदार की लकड़ी के तख्तों से हुआ है जबकि ऊपरी चौथी छत तांबे एवं पीतल से बनी है। नीचे की छत सबसे बड़ी, दूसरी उससे छोटी, तीसरी उससे भी छोटी और चौथी सबसे छोटी है।इसकी सबसे छोटी छत एक कलश जैसी नजर आती है। करीब 40 मीटर ऊंचे शंकु के आकार में बने इस मंदिर की दीवारें पत्थर की हैं।प्रवेश द्वार और दीवार पर सुन्दर नक्काशी की गई है। अन्दर एक शिला को देवी का विग्रह रूप मानकर भी पूजा जाता है। हर साल जेष्ठ माह में यहां मेला लगता है। निकट ही भीम के पुत्र घटोत्कच का भी मंदिर है।