ताइवान और दक्षिण चीन सागर को लेकर तनाव के बीच चीन ने एक बड़े युद्धाभ्यास का वीडियो जारी किया है। इस वीडियो को देखकर ऐसा लगता है कि जैसे चीन किसी बड़े हमले की तैयारी में हो। विशेषज्ञ इसको ताइवान पर हमले की तैयारी के रूप में देख रहे हैं। जारी किए गए युद्धाभ्यास के वीडियो में चालीस हजार टन वजन वाला टाइप 075 युद्धपोत भी दिखाई दे रहा है। इस युद्धपोत पर एक साथ तीस हेलीकॉप्टर और एक हजार सैनिकों को लेकर जाया जा सकता है।
अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह युद्धाभ्यास कब और कहां किया गया है। चीन ने यह वीडियो ऐसे समय में जारी किया है, जब अमेरिका, जापान, आस्ट्रेलिया और फ्रांस ने संयुक्त युद्धाभ्यास किया है। चीन के सैन्य विशेषज्ञ सोंग झोंगपिंग ने कहा है कि सेना का यह अभ्यास ताइवान से संभावित युद्ध को लेकर तैयारी के लिए किया गया है।
एक सैन्य अधिकारी ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि लंबे समय से ताइवान और अन्य देश यह मानते हैं कि चीन के पास वो ताकत नहीं है, जिससे इन द्वीपों पर ऑपरेशन किया जा सके। ऐसा बिल्कुल नहीं है और हमारा युद्धाभ्यास इसको बताने के लिए काफी है। ये युद्धाभ्यास अन्य देशों को साफ संदेश देता है कि हम अपनी संप्रुभता और सुरक्षा के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं।
दरअसल, हाल ही में ताइवान के उपराष्ट्रपति लाइ चिंग ते ने चीन को आगाह किया था कि वह अपनी सीमा में रहे। ताइवान का साफ कहना था कि वह चीन का मातहत नहीं है और पूरी तरह संप्रभुता संपन्न देश है। एक संगोष्ठी में ताइवानी उपराष्ट्रपति लाई चिंग ते ने कहा था कि चीन ताइवान पर अपनी दादागिरी ऐसे दिखा रहा है, जैसे हमारा देश उसका सहायक है।
इसके बाद अमेरिका की ताइवान से नजदीकियां बढ़ती देख चीन ने धमकी दी थी कि वह आग से खेलने की कोशिश ना करे। मालूम हो कि अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने हाल ही में ताइवान से संबंध मजबूत करने के संबंध में एक गाइडलाइन जारी की थी। इस पर भड़के चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजान ने कहा था कि वह आग से खेलने की कोशिश न करे।