पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में वाम मोर्चा के 34 साल के शासन को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बुधवार को कहा कि लेफ्ट फ्रंट की सत्ता के दौरान 10 मिलियन फर्जी राशन कार्ड जारी किए गए थे।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली में घोटाले की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जांच का जिक्र करते हुए उन्होंने यह दावा किया। मालूम हो कि मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को 27 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। मल्लिक 2011-2021 के बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार के खाद्य मंत्री थे।
ममता बनर्जी ने बुधवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार पर भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सभी विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार करने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2 नवंबर को आबकारी नीति से जुड़े कथित धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है, जबकि कई अन्य नेताओं को भी नोटिस दिए गए हैं। बनर्जी ने दावा किया कि विपक्षी दलों के सांसदों के फोन हैक किए जा रहे हैं।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने केंद्र से पश्चिम बंगाल के लिए मनरेगा की रकम जारी करने की मांग दोहराते हुए उनकी पार्टी द्वारा निर्धारित एक नवंबर की समय सीमा को 16 नवंबर तक बढ़ा दिया। बनर्जी ने राज्य सचिवालय में कहा, ‘अगले साल के चुनाव से पहले वे (भाजपा) सभी विपक्षी दलों की आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं। वे चुनाव से पहले सभी विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार करने की योजना बना रहे हैं ताकि वे (विपक्षी नेताओं से) खाली देश में अपने लिए वोट कर सकें। वे एक साजिश रच रहे हैं।’