चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है। पीके ने कहा है कि बिहार-यूपी में जनता उनका नाम तक नहीं जानती थी। उन्होंने पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि बिहार के विकास के लिए एक समीक्षा बैठक तक नहीं की।
पीके ने लालू नीतीश पर भी कई आरोप लगाए। प्रशांत किशोर 2014 के चुनाव में भाजपा के चुनावी रणनीतिकार थे।
बिहार के गोपालगंज में जनसुराज पदयात्रा के दौरान पीके ने नरेंद्र मोदी के समर्थक और वोटरों को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव 2014 में मैं ही बीजेपी का चुनाव प्रचार की नीति बना रहा था। तब तक बिहार-यूपी में नरेंद्र मोदी का नाम भी आम लोग नहीं जानते थे। मेरी चुनावी प्रचार की रणनीति से इस क्षेत्र में नरेंद्र मोदी को आम लोग जान पाए। मोदी समर्थकों से पीके ने कहा कि आज आप लोग बड़ा मोदी भक्त बन रहे हैं। पीके ने कहा कि मैं कैमरे के समय खुली चुनौती देता हूं कि बिहार के विकास के लिए 9 सालों में मोदी जी ने बिहार के विकास के लिए एक समीक्षा बैठक तक नहीं की। अगर कोई मोदी समर्थक इसका एक भी प्रमाण दें तो मैं उनका झंडा लेकर अभी से चलने को तैयार हूं।
गोपालगंज के पंचदेवरी प्रखंड अंतर्गत खाल गांव पंचायत आयोजित जनसभा पीके ने कहा कि कुछ लोग बिना मांगे नरेंद्र मोदी को वोट दे रहे हैं। कोई आदमी जात के नाम पर बंधुआ मजदूर बन गया तो कोई धर्म के नाम पर। दूसरी ओर मुस्लिम समाज के लोग भाजपा के डर से आरजेडी के बंधुआ मजदूर बन गए। ऐसे में बिहार का विकास नहीं हो सकता क्योंकि हम लोगों ने बिहार में लोकतंत्र को खत्म कर दिया है और बंधुआ तंत्र ला दिया है।
पीके ने कहा कि आपने जहां वोट दिया है उनका 5 साल तक समर्थन कीजिए और इस दौरान काम नहीं करें तो झाड़ू मार कर बाहर निकाल दीजिए। लोकतंत्र में यह आपकी जिम्मेदारी है अन्यथा राजतंत्र की स्थिति उत्पन्न होगी।
लालू नीतीश पर कटाक्ष करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि पहले बाप नेता बनेगा फिर उसका बेटा नेता बनेगा। तो गरीब जनता कहां जाएगी। बिहार में 32 सालों से कभी लालू का तो कभी नीतीश का शासन रहा। आप लोग बंधुआ मजदूर की तरह उन्हें वोट करते रहे। इसी वजह से बिहार का विकास नहीं हुआ। पीके ने आम जनों से कहा कि अगर आपने अपने बच्चों की चिंता नहीं की तो कोई दल उनकी चिंता करने नहीं जा रहा है।