रैपिड रेल पहली बार बुधवार की शाम दुहाई से मुरादनगर स्टेशन से पहले तक दौड़ी। 15 किलोमीटर की रफ्तार से चार किलोमीटर लंबे ट्रैक पर ट्रेन को चलाया गया। रैपिड रेल को अभी तक साहिबाबाद से दुहाई के बीच 160 किलोमीटर हाई स्पीड पर चलाया जा रहा है।
रैपिड रेल का ट्रायल अब रोजाना 21 किलोमीटर तक होगा। रैपिड रेल का ट्रायल एक माह से साहिबाबाद से दुहाई डिपो स्टेशन तक 17 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर किया जा रहा था। प्राथमिक खंड पर ट्रायल सफलतापूर्वक चल रहा है। बुधवार की शाम रैपिड रेल को दुहाई से मुरादनगर स्टेशन से पहले चार किलोमीटर तक पहली बार चला कर देखा गया।
पहले दिन लगवाए ट्रेन के दो चक्कर
ट्रेन की गति 15 किलोमीटर प्रति घंटा रखी गई। पहले दिन ट्रेन के दो चक्कर लगवाए गए। रैपिड रेल का यह दूसरा खंड है जो मेरठ की तरफ जा रहा है। मुरादनगर स्टेशन तक ओवरहेड इक्यूमेंट (ओएचई) इंस्टालेशन का काम पूरा हो गया है।
मुरादनगर से मेरठ के बीच निर्माण कार्य में तेजी
एनसीआरटीसी के अधिकारी ने बताया कि मुरादनगर से मेरठ के बीच निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। जैसे ट्रैक बनकर तैयार होगा वहां तक रैपिड रेल को ट्रायल के लिए चला कर देखा जाएगा। अब रोजाना साहिबाबाद से मुरादनगर स्टेशन से पहले तक रैपिड रेल का रोजाना ट्रायल किया जाएगा।
लोगों ने मोबाइल से वीडियो बनाई
रैपिड रेल जैसे ही पहली बार दुहाई से मुरादनगर की तरफ चली तो लोगों में काफी उत्सुकता थी। लोगों ने सड़क से खड़े होकर रैपिड रेल का वीडियो बनाई। लोगों का कहना है कि रैपिड रेल को पहली बार चलता देखकर काफी अच्छा महसूस हुआ।
160 की रफ्तार से दौड़ रही रैपिड रेल
रैपिड रेल पिछले 10 दिन से 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही है। इससे पहले रैपिड रेल की गति कई दिन तक 25 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की थी। इस दौरान कोई खामी सामने नहीं आई है। बता दें कि रैपिड रेल का ट्रैक 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति क्षमता रखता है। हालांकि परिचालन गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा ही रखी जाएगी।
नहीं दिखी कोई खामी
एनसीआरटीसी के सीपीआरओ पुनीत वत्स ने कहा- रैपिड रेल को पहली बार दुहाई से मुरादनगर स्टेशन से पहले तक धीमी गति से चला कर देखा गया है। इस दौरान कोई खामी सामने नहीं आई है। गुजरात से पांचवीं ट्रेन दुहाई डिपो पहुंच चुकी है।
साल 2025 तक दिल्ली से मेरठ तक दौड़ेगी यह ट्रेन
प्राथमिक खंड पर मार्च से रैपिड रेल के चलाने का दावा किया जा रहा है। यह ट्रेन हर 5 से 10 मिनट में उपलब्ध होगी। दिल्ली से मेरठ के बीच की दूरी 55 मिनट में पूरी हो जाएगी। रैपिड रेल चलने का लाभ रोजाना आठ लाख दैनिक यात्री उठाएंगे। दिल्ली से मेरठ तक रैपिड रेल वर्ष 2025 तक चलने लगेगी।
गुजरात से पांचवीं रैपिड रेल दुहाई डिपो पहुंची
रैपिड रेल को प्राथमिक खंड पर मार्च में चलाने की तैयारी तेजी से चल रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए रैपिड रेल के कोच गुजरात से दुहाई डिपो आने लगे हैं। डिपो में पांचवीं रैपिड रेल पहुंच चुकी हैं। कुल 30 ट्रेनों का सेट गुजरात के सांवली से आएंगे। एक ट्रेन में छ बोगियां होंगी।