यूपी जिला पंचायत चुनाव में भाजपा को ऐतिहासिक जीत मिली है। 2015 में यूपी की आधी से ज्यादा सीटों पर राज करने वाली सपा को महज पांच सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है। यही नहीं भाजपा ने कांग्रेस और सपा की गढ़ में भी सेंधमारी कर डाली। सोनिया गांधी की ससंदीय सीट रायबरेली और सपा के मैनपुरी जिले में भी भाजपा ने अपना परचम फहराया है। वेस्ट यूपी में भी एक सीट को छोड़कर 13 जिलों में विपक्ष पूरी तरफ से साफ हो गया। यहां भी भाजपा प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। बागपत में रालोद ने कब्जा बरकरार रखा। 75 में से 67 भाजपा, पांच सपा, एक-एक लोकदल और जनसत्ता दल ने सीट जीती। वहीं एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गई है। बलिया और एटा में सपा उम्मीदवार ने जीत हासिल की है। आजमगढ़ में सपा की एक तरफा जीत हुई है। वहीं बुंदेलखंड की सात सीटों में से तीन पर चुनाव हुआ। चार पहले ही निर्विरोध जीतकर भाजपा के खाते में चली गईं। शेष तीन पर भी भाजपा ने चुनाव जीतकर बाजी मार ली।
जीतने वाले भाजपा उम्मीदवारों को सीएम योगी ने दी बधाई
जिला पंचायत चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत पर सीएम योगी ने बधाई दी है। 75 में से 67 सीटों पर भाजपा की जीत पर सीएम योगी ने कहा कि यह जीत पार्टी की बड़ी उपलब्धि है। वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी भाजपा की इस जीत को ऐतिहासिक जीत बताया। उन्होंने कहा कि सपा ने इन चुनावों में जीतने के लिए अपने गुंडों और माफियाओं को सत्ता से हटा दिया है, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। डिप्टी सीएम ने ट्वीट कर कहा कि मैं बहुत खुश हूं। मैं जिला पंचायत सदस्यों को धन्यवाद देता हूं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी भाजपा की जीत को 2022 की जीत बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 75 जिला पंचायत अध्यक्ष सीटों से 67 सीटों पर जीत हासिल की है। हम 2022 का विधानसभा चुनाव भी जीतेंगे।
पूर्वांचल में भी सपा पर भारी पड़ी भाजपा, आधी से ज्यादा सीटों पर कब्जा
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में पूर्वांचल में भी सपा पर भाजपा भारी पड़ी है। आधी से ज्यादा सीटों पर उसका कब्जा हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्रों वाराणसी और आजमगढ़ समेत दस जिला पंचायत अध्यक्ष की सीटों में से 6 सीटें बीजेपी और उसकी सहयोगी अपना दल के पाले में आ गई हैं। सपा को केवल दो सीटों बलिया और आजमगढ़ में जीत मिली है। दो सीटों पर निर्दल जीते हैं। भदोही में भाजपा विधायक रविंद्र त्रिपाठी के भाई और जौनपुर में जीते निर्दल प्रत्याशियों के भाजपा में धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को जीत मिली है। इन दोनों के भी भाजपा में शामिल हो जाने की उम्मीद जताई जा रही है। वाराणसी और मऊ में पहले ही भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध चुने जा चुके थे। शनिवार को मिर्ज़ापुर, गाजीपुर, चंदौली और सोनभद्र बीजेपी गठबंधन ने जीत ली।