धूप से आंखों और त्वचा को बचाने के लिए हम कई चीजें और तरीके आजमाते हैं. स्किन पर सनस्क्रीन लगाना, धूप से बचने के लिए मुंह को ढकना या फिर आंखों पर चश्मा लगाना आम है. लेकिन गर्म मौसम, धूप और लू से बचना इतना भी आसान नहीं है.
वैसे क्या आप जानते हैं कि सनग्लासेस या धूप से बचाने वाला चश्मा हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचाने का काम करता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक आंखों पर पहने जाने वाले चश्मे की वजह से हमारी त्वचा काली पड़ने लगती है. चलिए आपको बताते हैं कैसे….
ग्रंथि होती प्रभावित
इंस्टा पर एक्सपर्ट ने वीडियो शेयर करते हुए इसे मेडिकली प्रमाणित करने की कोशिश की. एक्सपर्ट का कहना है कि धूप के ज्यादा या कम होने पर हमारी आंखें दिमाग को संदेश देती हैं. अगर धूप तेज है तो दिमाग स्किन को मैसेज देता है कि उसे लिटल रेसेप्टर साइट्स को बंद करना है. ऐसा करने से हमारी स्किन कालेपन या सनबर्न से बच पाती है.
हर वक्त चश्मा लगाए रखने से पीनियल ग्रंथि पर बुरा असर पड़ता है. इससे दिमाग को मैसेज मिलता है कि बादल छाए हुए हैं और ऐसे में स्किन का डार्क होना तय है. एक्सपर्ट बताते हैं कि पीनियल ग्रंथि पर असर पड़ने से वह दिमाग को संदेश देती है कि बाहर धूप है. ऐसे में स्किन एक्सपोजर के लिए तैयार हो जाती है और इस कंडीशन में विटामिन डी क्रिएट होता है.