भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (ICC World Test Championship) में अब तक मिली सफलता में कई खिलाड़ियों का हाथ रहा है. एक के बाद एक, बेहतरीन प्रदर्शनों के दम पर भारतीय टीम फाइनल तक पहुंची है, जहां 18 जून से उसका सामना न्यूजीलैंड से होगा. इस दौरान खास तौर पर कुछ खिलाड़ियों ने टेस्ट क्रिकेट को बखूबी अपनाया है और इसमें बड़ा नाम है टीम इंडिया के हिटमैन यान रोहित शर्मा (Rohit Sharma). पिछले एक दशक से भी ज्यादा वक्त से भारतीय टीम का हिस्सा रोहित को टेस्ट क्रिकेट में अपने पैर जमाने में वक्त लगा है और पिछले दो साल में रोहित ने दिखाया है कि इस फॉर्मेट में भी वह उतने ही खतरनाक हैं, जितने वनडे और टी20 में. यही कारण है कि भारत के बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ का मानना है कि टेस्ट में अभी तक रोहित की बैटिंग का सिर्फ ट्रेलर ही दिखा है.
2019 में आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत के बाद ही रोहित शर्मा को टेस्ट टीम में ओपनिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई. वनडे और टी20 में मौजूदा दौर के सबसे खतरनाक ओपनर साबित हो चुके रोहित ने यही सफलता टेस्ट में भी दोहराई है और पिछले दो सालों में भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाजों में से हैं. टीम इंडिया को टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचाने में भी रोहित की बैटिंग का अहम योगदान है और अब फाइनल में भी ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद है.
ओपनिंग के बाद से सुलझा रोहित का टेस्ट करियर
इस फाइनल के लिए भारतीय टीम इंग्लैंड पहुंच चुकी है और साउथैंप्टन में ठहरी है, जहां 18 जून से ये खिताबी मुकाबला शुरू होगा. इसके अलावा भारतीय टीम इंग्लैंड में ही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज भी खेलेगी और ये भी रोहित के लिहाज से अहम होगी. हिटमैन के टेस्ट करियर में आए बदलाव के बारे में टीम के बल्लेबाजी कोच ने अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा,
“रोहित का गेम और प्रतिभा हमेशा से टेस्ट क्रिकेट में सफलता तक पहुंचाने वाला रहा है. पिछले कुछ वक्त में ये बदलाव आया है, कि रोहित ने अब इस फॉर्मेट के लिए अपना गेम-प्लान सुलझा लिया है. आप देखिए, ओपनर बनने के बाद से वह रेड बॉल क्रिकेट में किस तरह से शुरुआत करने लगे हैं.”
राठौड़ ने बताया कि रोहित शायद पहले टेस्ट क्रिकेट में अपने गेम-प्लान को लेकर उस तरह से विश्वस्त नहीं थे, जैसे वनडे और टी20 में, जहां उन्हें भरपूर सफलता मिली है. बैटिंग कोच का मानना है कि ये अब बदल गया है. उन्होंने कहा, “वह ध्यान से इसको लेकर काम कर रहे थे. अब वब टेस्ट क्रिकेट में अपनी पारी की शुरुआत करते वक्त ज्यादा सहज और अनुशासन में रहते हैं. वह सेटल होने में वक्त लेते हैं और एक बार ऐसा हो जाए, तो हमें पता है कि वह क्या कर सकते हैं.”
रोहित का असली खेल अभी बाकी
वनडे और टी20 में रोहित ने रनों की खूब बरसात की है. खास तौर पर शतक पूरा करने के बाद उसे बड़ी पारी में तब्दील करना उनकी खासियत है. यही बात अब टेस्ट क्रिकेट में दिखने लगी है और इसलिए राठौड़ का मानना है कि इस फॉर्मेट में अभी तक रोहित की बैटिंग का सिर्फ ट्रेलर ही दिखा है. उन्होंने कहा, “टेस्ट क्रिकेट में वह अभी सिर्फ शुरुआत ही कर रहे हैं. अगर वह इसी तरह से बढ़ते रहे, तो हमें टेस्ट क्रिकेट में एक अलग रोहित दिखेगा. उनका बेस्ट अभी आना बाकी है.”
टेस्ट चैंपियनशिप में बरसाए हैं रन
रोहित शर्मा भारत के लिए टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में दूसरे नंबर पर हैं. उन्होंने इस दौरान 11 टेस्ट मैचों में 1030 रन बनाए हैं, जिसमें 4 शतक शामिल हैं. रोहित को इस चैंपियनशिप के दौरान ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हुई घरेलू टेस्ट सीरीज में ओपनिंग की जिम्मेदारी दी गई थी और उन्होंने पहले ही मैच की दोनों पारियों में शतक जमाया था.