मुंबईः भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने राकांपा नेता अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की चुप्पी पर सवाल खड़े किए।
देशमुख ने सोमवार को राज्य के गृह मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। राज्य भाजपा के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि वह खुश हैं कि देशमुख ने पद छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच में कई ”सनसनीखेज खुलासे” होंगे। बंबई उच्च न्यायालय ने मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए गए उगाही के आरोपों की सोमवार को सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद देशमुख ने अपना त्यागपत्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंप दिया जिसमें उन्होंने कहा कि अदालत के आदेश के बाद उन्हें पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है।
सिंह ने 25 मार्च को आपराधिक जनहित याचिका दायर कर देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की थी और दावा किया था कि गृह मंत्री ने गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सचिन वाझे सहित पुलिस अधिकारियों से बार एवं रेस्तरां से 100 करोड़ रुपये इकट्ठा करने के लिए कहा था। फड़नवीस ने यहां संवाददाताओं से कहा कि देशमुख के इस्तीफे की उम्मीद थी और उनके पास कोई और विकल्प नहीं था। भाजपा नेता ने कहा कि उन्हें पहले दिन ही नैतिकता याद करनी चाहिए थी जब आरोप लगाए गए थे।
फडणवीस ने कहा, ”मुख्यमंत्री चुप क्यों हैं? उनकी चुप्पी बेचैन करने वाली है।” ठाकरे नीत शिवसेना ने 2019 में राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार बनाई थी। इस बीच चंद्रकांत पाटिल ने पुणे में संवाददाताओं से कहा कि जिन लोगों ने गलती की है उन्हें दंडित किया जाना चाहिए अन्यथा लोकतंत्र मजबूत नहीं होगा। पाटिल ने कहा, ”सीबीआई की 15 दिनों की प्रारंभिक जांच में कई चीजें बाहर आएंगी। देशमुख द्वारा वाजे से 100 करोड़ रुपये उगाही करने की मांग से जुड़ी सच्चाई बाहर आएगी।”