दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप के यह झटके दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम में महसूस किए गए हैं।
दो हफ्ते में दूसरी बार दिल्ली-एनसीआर में धरती डोली है। दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस होने से लोग दहशत में आ गए। दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस होने के बाद कई लोग अपने घरों को छोड़कर बाहर चले आए। भूकंप का केंद्र फरीदाबाद से नौ किलोमीटर पूर्व और दिल्ली से 30 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में था। भूकंप से लोगों में दहशत उत्पन्न हो गई, जबकि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कई लोगों ने फर्नीचर में कंपन होने की जानकारी दी। भूकंप की तीव्रता 3.1 थी।
National Center for Seismology (NCS) की तरफ से जानकारी दी गई है कि शाम 4 बजकर 08 मिनट पर हरियाणा के फरीदाबाद में आज भूकंप आया है। रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.1 थी। रविवार का दिन होने की वजह से कई लोग आज अपने घर पर ही मौजूद थे। लेकिन अचानक धरती के डोलने की वजह से लोग घबरा गए और अपने घरों से निकलकर बाहर आ गए। इससे पहले 3 अक्टूबर को राजधानी दिल्ली और एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उस वक्त भी भूकंप की तीव्रता इतनी तेज थी कि लोग अपने घरों को छोड़कर बाहर निकल गए थे। बताया गया है कि शाम 4 बजकर 08 मिनट पर दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के यह झटके महसूस हुए हैं।
दिल्ली के एक स्थानीय निवासी ने पीटीआई से बातचीत में कहा, ‘जब मैं कुर्सी पर बैठा था तब मुझे कंपन महसूस हुआ। मैं इसकी जांच करने बाहर गया तो पता चला कि लोगों को भी ऐसा ही महसूस हुआ है। इस तरह के भूकंप अक्सर आ रहे हैं। सिर्फ प्रकृति ही जानता है कि क्या हो रहा है लेकिन हम स्तब्ध हैं।’
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के निदेशक ओ पी मिश्रा के अनुसार, भारत भूकंपीय दृष्टि से सक्रिय क्षेत्र में स्थित है, लेकिन हर दिन बहुत सारे कम तीव्रता के भूकंप आने से, संग्रहीत ऊर्जा निकल जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि लोग और संस्थाएं संरचनाएं बनाने के लिए नियमों का सख्ती से पालन करें, तो बड़े पैमाने पर भूकंप के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
दिल्ली-एनसीआर में कई जगहों पर रविवार को आए इस भूकंप की वजह से फिलहाल किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। बताया जा रहा है कि फरीदाबाद क्षेत्र में 10 किलोमीटर की गहराई पर यह 3.1 तीव्रता का भूकंप आया था। 3 अक्टूबर को नेपाल में भूकंप आया था। इस भूकंप की तीव्रता 6.2 थी। उस वक्त दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में कई जगहों पर भूकंप के झटके महसूस हुए थे।
बता दें कि धरती के अंदर 7 प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती है्ं। बार-बार टकराने की वजह से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं और ज्यादा दबाव बनने की वजह से प्लेट्स टूटने लगती हैं। जिसके बाद धरती के अंदर की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और इसी उथल-पुथल के बाद भूकंप आता है।