पटना: राष्ट्रीय जनता दल ने सोमवार को अपना 25वां स्थापना दिवस मनाया. बिहार की राजधानी पटना स्थित पार्टी कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का लालू यादव ने उद्घाटन किया, जिसके बाद एक-एक कर पार्टी नेताओं कार्यक्रम को संबोधित किया. इसी क्रम में लालू यादव के बड़े बेटे और हसनपुर विधायक तेज प्रताप यादव भी लोगों को संबोधित करने मंच पर आए. इस दौरान उन्होंने जमकर अपनी भड़ास निकाली. वहीं, मंच पर बैठे तेजस्वी यादव और जगदानंद सिंह पर तंज भी कसा.
तेज प्रताप यादव ने कहा, ” संगठन समुद्र होता है , इसमें बहुत सारे लोग आते और जाते हैं. कुछ लोग रूठते हैं, जिन्हें मनाना भी पड़ता है. इसलिए संगठन में सबको एक साथ मिलकर चलना है और जो जिम्मेदारी पार्टी की ओर से दी गई है, उसे पूरा करना है.”
‘सब कुछ मुंह पर बोलता हूं’
उन्होंने कहा, ” हम जब बोलते हैं, तो कुछ लोग हंसते हैं, मजाक उड़ाते हैं. लेकिन कौन ‘भौंक’ रहा उसपर हम ध्यान नहीं देते हैं. मेरा कांसेप्ट क्लियर है. मैं किसी से नहीं डरता. सब कुछ मुंह पर बोलता हूं. केवल भगवान से डरता हूं. पिता जी भी जब बोलते थे, तो विरोधी हंसते थे. मजाक बनाते थे कि गांव को में जानवरों को चराने वाला नेता बना हुआ है. बहुत सारे लोग निशाना साधते थे. लेकिन वो जब भी मंच पर आते थे, तो लोगों का मनोरंजन करने का काम करते थे. मनोरंजन भी होता था और काम भी.”
तेज प्रताप ने कहा, ” कार्यक्रम में शामिल होने हम आ रहे थे, हमको थोड़ा पूजा पाठ करने में लेट हो गया तो पिता जी बोले तुम क्या कर रहे हो जल्दी जाओ. ऐसे में हम हड़बड़ा कर आए तो देखें तो देखें कि तेजस्वी जी यहां पहले से बाजी मारकर सीट पर बैठे हुए थे.” उन्होंने कहा कि आज भी संगठन में कई लोग ऐसे हैं जो संगठन को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते.
सच्चाई लोग नहीं सुनना चाहते
इस दौरान तकनीकि गड़बड़ी की वजह से माइक बिगड़ गई, जिसपर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि जब भी सच बोलता हूं ऐसा ही होता है. सच्चाई लोग नहीं सुनना चाहते हैं क्योंकि सच कड़वा होता है. लेकिन सच की जीत होती है. इशारों में मैंने बहुत बातें कह दी, जिन्हें समझना था, वो समझ गए होंगे.”
उन्होंने कहा, ” हम अक्सर पार्टी कार्यालय आते हैं. तेजस्वी यादव देश दुनिया में व्यस्त रहते हैं. वो जब बाहर जाते हैं तो लोग तरह-तरह की बातें करते हैं. तभी हम मोर्चा संभाल लेते हैं. जब हम वृंदावन जाते हैं, तो वो मोर्चा संभाल लेते हैं. आरजेडी ही एक ऐसी पार्टी है, जिनके नेताओं ने कोरोना काल में भी क्षेत्र का दौरा किया. अस्पतालों का दौरा किया. कुछ लोग बेवजह पार्टी कार्यालय में बैठे रहते हैं, जनता के बीच नहीं जाते. छात्र नौजवानों का इस्तेमाल करना जानते हैं बस. लेकिन वो देश का भविष्य हैं. उनका इस्तेमाल बंद कीजिए. “
‘लगता अंकल हमसे नाराज हैं’
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी जिला अध्यक्ष को एक गाड़ी दिया जाना चाहिए. जिससे वो बीमारों को अस्पताल पहुंचाने का काम करेंगे. इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद लोगों से इस फैसले के मत में हाथ उठाने को कहा. लेकिन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने हाथ नहीं उठाया, जिस पर चुटकी लेते हुए तेज प्रताप ने कहा, ” लगता अंकल हमसे नाराज हैं, इसलिए हाथ नहीं उठाया.”
उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि हम लालू यादव के नक्शेकदम पर चलते हैं. विरोधी भी कहते हैं कि यही दूसरा लालू यादव है. लालू जी सब डरते थे और अभी भी डरते हैं. जब-जब विरोधियों ने तेजस्वी पर हमला बोला तब-तब मैंने उसका बचाव किया. उसपर आए हर हमले को मैंने सीने पर लिया. लेकिन बहुत सारे लोग पीछे मुझे खींचने का काम करते हैं, डरते हैं कि कहीं पिक्चर का हीरो यही नहीं हो जाए.”