अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जा करने के बाद तालिबान (Taliban) ने वहां कत्लेआम शुरू कर दिया है. गुरुवार को तालिबान के लड़ाकों ने अफगानिस्तान के असदाबाद में आजादी का जश्न मना रहे लोगों पर गोलीबारी कर दी. इस घटना में कई लोगों के मारे जाने की जानकारी मिली है. आपको बता दें कि अफगान की असदाबाद सिटी में स्वतंत्रता दिवस (Afghanistan Independence Day) के अवसर पर एक रैली निकाली गई थी. मौके पर मौजूद एक एक शख्स मोहम्मद सलीम ने बताया कि तालिबान की ओर से की गई फायरिंग में कई लोगों की मौत हुई है. जबकि गोलीबारी के चलते मची भगदड़ भी लोगों की मौत का कारण हो सकती है.
आपको बता दें कि अफगानिस्तान पर एक बार फिर से तालिबान ने अपना कब्जा कर लिया है देश आजादी के 102वें साल के दौरान तालिबानी कब्जे में चला गया है. इस बीच तालिबान युवा देशभक्तों के बीच राष्ट्रीय ध्वज को लेकर संघर्ष बढ़ने लगा है. अफगानिस्तान के युवा देशभक्तों को अपने देश के झंडे के साथ अपनी राष्ट्रीय पहचान पर गर्व है, जबकि आतंकी संगठन इसे बदलना चाहता है. तालिबान युवा ब्रिगेड के बीच दरार तब प्रज्वलित हुई, जब तालिबान ने अफगान राष्ट्रीय ध्वज को बदलने की कोशिश की जिस राजा अमानुल्लाह ने आजादी के लिए संघर्ष किया, तालिबान उसे भुलाकर देश की हर महत्वपूर्ण चीजों में अपनी मनमानी करना चाह रहा है. हालांकि राष्ट्रीय ध्वज बदलने की उसकी मंशा का खूब विरोध हो रहा है, इसे लेकर लोगों की भावनाएं भड़क उठीं हैं. बुधवार को, जलालाबाद शहर झंडे की लड़ाई में एक फ्लैशप्वाइंट बन गया, जो प्रतिस्पर्धी राष्ट्रीय पहचान विचारधाराओं के बीच संघर्ष को प्रदर्शित करता है.
जलालाबाद में लोगों ने अपने पारंपरिक राष्ट्रीय तिरंगे (काले, लाल हरे रंग का झंडा) के समर्थन में जुलूस निकाला. उन्होंने तालिबान के सफेद झंडे को उतार दिया उसकी जगह राष्ट्रीय ध्वज लगा दिया, जिसके बाद तालिबान सुरक्षाकर्मियों की ओर से गोलियां चलाई गईं. स्थानीय मीडिया ने बताया कि गोलीबारी में दो की मौत हो गई अन्य घायल हो गए हैं. जलालाबाद की घटना ने एक सोशल मीडिया तूफान को सक्रिय कर दिया है, जिसने बदले में एकजुटता की लहर पैदा कर दी है. इस घटनाक्रम ने लोगों को बड़ी संख्या में राष्ट्रीय तिरंगे के प्रति अपनी निष्ठा प्रदर्शित करने के लिए प्रेरित किया है. एक अफगान कार्यकर्ता ने तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “राष्ट्रीय ध्वज के शहीद.आज जलालाबाद में, सहर ब्रॉडकास्टिंग एसोसिएशन के प्रमुख जाहिदुल्लाह, तालिबान द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए शहीद हो गए.”