जम्मू रीजन में बढ़ती आतंकी घटनाओं को लेकर सुरक्षाबल और खुफिया एजेंसियां चौकन्ना हैं. दिल्ली में भी इसको लेकर कई बैठकें हो चुकी हैं. इसी कड़ी में गृह मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाया है.
जम्मू रीजन में वीडीजी (ग्राम रक्षा गार्ड) को मजबूत करने का फैसला लिया है. आतंकवाद से निपटने के लिए 200 वीडीजी को एसएलआर राइफलें सौंपी गई हैं.
जम्मू संभाग में आतंकवाद से प्रभावी ढंग से निपटने की रणनीति तैयार की गई है. इसी कड़ी में वीडीजी को अब स्वचालित हथियारों और अन्य सुविधाओं से लैस किया गया है. जम्मू में वीडीजी सदस्यों को 200 एसएलआर राइफलें वितरित की गई हैं. जबकि आंतरिक सुरक्षा के लिए 400 नए सदस्य जोड़े गए हैं.
3 साल में हुए आतंकी हमलों में 43 सैनिकों ने गंवाई जान
गृह मंत्रालय ने हाल ही में जम्मू रीजन में विशेष रूप से राजौरी, पुंछ, कठुआ और रियासी जिलों में वीडीजी को स्वचालित हथियारों को मंजूरी दी थी. इन जिलों में हाल ही में आतंकवादी घटनाओं में बढ़ोतरी भी देखी गई है.
माना जा रहा है कि विदेशी आतंकवादी राजौरी, पुंछ, कठुआ, रियासी और डोडा जिलों के जंगलों में सक्रिय हैं. अधिकतम नुकसान पहुंचाने के लिए सुरक्षाबलों पर नपे-तुले हमले कर रहे हैं. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले 3 साल में जम्मू रीजन में विदेशी आतंकवादियों के हमलों में 43 सैनिकों ने जान गंवाई है.
सुंजवान सैन्य स्टेशन पर आतंकी हमला
आतंकियों ने सोमवार को जम्मू में कायराना हमला किया. सैन्य शिविर की चौकी पर गोलीबारी की. इसमें सेना का एक जवान घायल हो गया. सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि सुबह करीब 10 बजकर 50 मिनट पर जम्मू के बाहरी इलाके में सुंजवान सैन्य स्टेशन पर गोलीबारी हुई. इस घटना में एक सैनिक घायल हो गया. हमलावारों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू किया गया है.
आतंकियों की तलाश में इलाके में ऑपरेशन जारी है.इससे पहले फरवरी 2018 में आतंकवादियों ने सुंजवान सैन्य शिविर पर हमला किया था. इस हमले में तीन जवान शहीद हो गए थे. एक नागरिक की भी मौत हुई थी. सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए तीन आतंकवादियों को मार गिराया था.