छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के जंगलों में आज सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने करीब 10 नक्सलियों को मार गिराया है, जिनके शव बरामद कर हिरासत में ले लिया गया है. मारे गए नक्सलियों के पास से एके-47 और एसएलआर समेत कई हथियार बरामद हुए हैं. यह मुठभेड़ सुकमा जिले के कोराजुगुड़ा, दंतेवाड़ा, नगरम और भंडारपदर इलाके के जंगलों में हुई। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने मुठभेड़ की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि जनवरी 2024 से नवंबर 2024 तक सुरक्षा बलों ने कुल 257 नक्सलियों को मार गिराया है. 861 नक्सली गिरफ्तार किये गये और 789 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया.
खुफिया जानकारी के आधार पर की गई कार्रवाई
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने कहा कि जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) टीम और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन का हिस्सा थे. सुरक्षा बलों को इलाके में माओवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिली थी. बरामद माओवादियों के शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. टीमों ने इंसास राइफल, एके-47 राइफल और एसएलआर राइफल समेत कई हथियार बरामद किए हैं. गुरुवार को भी ओडिशा के मलकानगिरी जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक माओवादी मारा गया. ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच गोलीबारी में एक माओवादी मारा गया।
छत्तीसगढ़ में माओवादियों के खिलाफ अभियान
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा की, जिनमें मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की प्रगति, इन क्षेत्रों में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के प्रयास शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री को बताया कि छत्तीसगढ़ से नक्सलियों को उखाड़ फेंकने और 2026 तक नक्सलियों को खत्म करने के लिए राज्य सरकार और सुरक्षा बल लगातार काम कर रहे हैं. पिछले 11 महीनों में करीब 200 नक्सलियों का सफाया हो चुका है. 600-700 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं.