पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गुरुवार को लॉन्ग मार्च के दौरान पंजाब प्रांत में गोली मारी गई, जिसमें वह घायल हो गए। गोली चलाने वाले हमलावर को गिरफ्तार किया गया है, जिसके बाद उसने बताया कि इमरान खान जनता को गुमराह कर रहे हैं और उसी की सजा देने के लिए उसने हमला किया। पाकिस्तान के पूर्व पीएम इन दिनों लाहौर से इस्लामाबाद तक लॉन्ग मार्च निकाल रहे हैं, जिसमें मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को घेर रहे हैं। हालांकि, पिछले कुछ दिनों में इमरान खान पर कई आरोप लगे जिसके बाद वह बैकफुट पर आ गए थे। फिर चाहे वह आर्मी चीफ का मसला हो या फिर भारत की तारीफ करके अपने देश में घिरने का मामला हो। इन सबकी वजह से इमरान पर उन्हीं के देश में लगातार सवाल उठ रहे थे। ऐसे में इस फायरिंग की घटना के बाद इमरान के लिए लोगों का समर्थन बढ़ सकता है।
बाजवा के कार्यकाल पर भी घिरे थे
इमरान खान को जिस तरह से सत्ता छोड़नी पड़ी थी, तब से ही वे मौजूदा सरकार के खिलाफ हमलावर थे। उन्होंने विदेशी ताकतों और खासतौर पर अमेरिका पर उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके साथ ही, वे आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा के कार्यकाल को लेकर भी घिर गए थे। आईएसआई के प्रमुख नदीम अंजुम ने खुलासा किया था कि बाजवा को अनिश्चितकालीन विस्तार के लिए खान की ओर से एक आकर्षक प्रस्ताव दिया गया था। इस दावे को तो इमरान शुरू में खारिज करते रहे, लेकिन चौतरफा घिरने के बाद उन्होंने आखिर में स्वीकार कर लिया था कि इस साल मार्च में उन्होंने बाजवा के कार्यकाल में विस्तार की पेशकश की थी। इसके चलते इमरान पर झूठ बोलने जैसे आरोप लगने लगे थे और उनके समर्थकों के बीच ही उन पर सवाल उठने लगे।