आज शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण रहेगा यह संपूर्ण भारत में नजर आएगा। सूतक ग्रहण से 9 घंटे पहले शाम 4 बजे से लग गया है। ऐसे में मंदिरों के कपाट बंद हो गए हैं।
ग्रहण के मोक्ष के उपरांत पूजा की जाएगी। पंडित कुंदन भारद्वाज के अनुसार चंद्र ग्रहण आज मध्य रात्रि 1:05 बजे से 2:20 बजे तक रहेगा। ग्रहण का सूतक शाम 4:00 बजे से लग जाएगा मंदिरों के द्वार ग्रहण के मोक्ष बाद खुलेंगे और अभिषेक पूजा होगी।
श्रीरामजन्म भूमि में विराजमान रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येन्द्र दास ने बताया कि चंद्र ग्रहण का सूतक सायं चार बजे से लग जाएगा। इसके कारण दूसरी पाली में अपराह्न दो बजे मंदिर का पट खोला जाएगा। उसके बाद साढ़े तीन बजे से आरती- पूजा व भोग लगाकर मंदिर पट बंद कर दिया जाएगा। पुनः रविवार को सुबह निर्धारित समयावधि में दर्शन नियमित रूप से शुरू होगा। श्रीरामवल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास महाराज ने बताया कि सूतक के कारण मंदिर के पट बंद हो जाएंगे तो फिर उत्सव कैसे संभव होगा। उन्होंने कहा कि पूर्णिमा में सोलह कलाओं से युक्त पूर्ण चंद्रमा का दर्शन कर उत्सव मनाया जाता है। इस दिन चंद्र किरणों से अमृत की वर्षा होती है लेकिन चंद्रमा ग्रसित हैं तो फिर उत्सव उचित नहीं है।
चन्द्र ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या नहीं-
ग्रहण के दौरान क्या करें-
1. ग्रहण शुरू होने से पहले खुद को शुद्ध कर लें। ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान आदि कर लेना शुभ माना जाता है।
2. ग्रहण काल में अपने इष्ट देव या देवी की पूजा अर्चना करना शुभ होता है।
3. चंद्र ग्रहण में दान करना बेहद शुभ माना जाता है। ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए।
4. ग्रहण खत्म होने के बाद एक बार फिर स्नान करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
5. ग्रहण काल के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी का पत्ता डालना चाहिए।
चन्द्र ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें ध्यान-
1. मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के दौरान भोजन या पानी का सेवन नहीं करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से व्यक्ति की पाचन क्षमता कमजोर होती है। जिसके कारण व्यक्ति के बीमार होने की ज्यादा संभावना रहती है।
2. कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान कोई भी नया काम या मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से उस काम में असफलता मिलती है।
3. ग्रहण के दौरान नाखून कांटना, बालों में कंघी करना और दांतों की सफाई करना अशुभ माना जाता है। कहते हैं कि ग्रहण के समय सोना भी नहीं चाहिए।
4. कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान चाकू या धारदार चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से अशुभ फलों की प्राप्ति होती है।
गर्भवती महिलाएं रखें अपना विशेष ध्यान-
ग्रहणकाल में प्रकृति में कई तरह की अशुद्ध और हानिकारक किरणों का प्रभाव रहता है। इसलिए कई ऐसे कार्य हैं जिन्हें गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल के दौरान नहीं किया जाता है।
– ग्रहणकाल में कैंची, सूई, चाकू या धारदार चीजों का इस्तेमाल न करें।
– ग्रहणकाल में स्नान न करें। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करें।
– ग्रहण को खुली आंखों से न देखें। ।
– ग्रहणकाल के दौरान गुरु प्रदत्त मंत्र का जाप करते रहना चाहिए।